आजादी के बाद सदन में होंगी सबसे ज्यादा महिलाएं, जानें 17वीं लोकसभा के बारे में कुछ रोचक बातें

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मोदी सरकार 2.0 का पहला संसद सत्र 17 जून से शुरू हो गया। 5 जुलाई को इसी सत्र में देश का आम बजट पेश किया जाएगा। स्पीकर के चुनाव से लेकर राष्ट्रपति का अभिभाषण तक दोनों सदनों में संयुक्त सत्र की बैठक आने वाले दिनों में होगी।

इसके अलावा 17वीं लोकसभा अपने आप में कई वजहों से खास है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी चीजें जो 17वीं लोकसभा में हमें पहली बार देखने को मिलेंगी।

दिग्गज नेता गायब

जिन नेताओं की आवाज सदन की दीवारों में करीब 3 दशक तक गूंजती रही वो नेता भी इस बार नहीं दिखाई देंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जो इस बार सदन में नहीं होंगे। वहीं सुषमा स्वराज, सुमित्रा महाजन, मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस बार लोकसभा में नहीं दिखाई देंगे।

सबसे ज्यादा महिलाएं

लोकसभा चुनाव में देश भर में इस बार 78 महिलाओं को सांसद पद के लिए चुना गया है जो कि देश की आजादी के बाद सबसे ज्यादा है। इस लिहाज से सदन में इस बार 14.8 प्रतिशत महिलाएं होंगी।

युवाओं का जमावड़ा

जहां 16वीं लोकसभा को सबसे बूढ़े सांसदों वाली लोकसभा कहा गया जिसमें 253 सांसद औसतन 55 साल से अधिक उम्र के थे। वहीं इस बार औसतन उम्र 54 साल है तो पिछली लोकसभा की तुलना में यह लोकसभा युवा है। वहीं ओडिशा से 25 साल की चंद्राणी मुर्मू इस बार सबसे युवा सांसद चुन कर आई हैं।

दागी सांसद

17वीं लोकसभा में पहुंचने वाले 475 सांसद करोड़पति हैं जो बीजेपी में सबसे ज्यादा 265 हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 43 सांसद करोड़पति हैं। वहीं 2014 की तुलना में इस बार 233 दागी सांसद चुने गए हैं। 2014 में 34 प्रतिशत सांसदों पर कानूनी केस चल रहे थे।

बिल

17वीं लोकसभा में कई महत्वपूर्ण बिल जैसे तीन तलाक, मोटर व्हीकल बिल, आधार नंबर से जुड़ा बिल, मेडिकल एजुकेशन बिल जैसे बिल पेश किए जा सकते हैं।

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