जानिए क्यों दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकता है अमेजन के जंगलों का जलना?

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दुनिया का फेफड़ा कहा जाने वाले अमेजन के जंगल आज दुनियाभर में चिंता का विषय बना हुआ है। जिस पर यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो वो दिन दूर नहीं जब वह अपने अस्तित्व को खो ही देगा। पिछले कुछ समय से अमेजन के जंगल भयानक आग का शिकार हो रहे हैं। आग लगने की ये घटनाएं दुनियाभर में भले ही बड़े अखबारों की हेडलाइन्स बनी हो मगर इसके इत्तर इस गंभीर समस्या से अब भी दुनिया बेखर है।

पहले जानें क्या है ‘अमेजन’

एडवेंचर के शौकीन और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स के लिए अमेजन के जंगल किसी जन्नत से कम नहीं। अमेजन की वाइल्ड लाइफ, नेचर ब्यूटी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचती है। यहां की जिंदगी जितनी खूबसूरत है उतनी ही खतरनाक भी। दुनिया की सबसे खतरनाक जगहों में शुमार अमेजन के जंगलों में जाना शेर के मुंह में हाथ डालने के बराबर है। इसके बावजूद दुनियाभर से लोग इसे निहारने आते हैं।

खतरे में अमेजन

Amazon Forest on Fire

अमेजन के जंगलों में आग लगने का चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है, जिसके मुताबिक साल की शुरुआत से लेकर अब तक ये जंगल 73 हजार से ज्यादा बार आग की चपेट में आए हैं। अमेजन में बढ़ती आग की घटनाओं को देखते हुए महीने की शुरुआत में ब्राजील के कुछ राज्यों में आपातकाल घोषित कर दिया था। आग लगने की इन घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले करीब 83 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। जो दुनिया के सामने एक बहुत बड़ा चिंता का विषय है क्योंकि अमेजन के जंगल जीवन जीने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी घटक ऑक्सीजन का 20 प्रतिशत उत्सर्जन करते है।

दुनिया का सबसे बड़ा जंगल

अमेजन का जंगल दुनिया का सबसे बड़ा जंगल है। जो दुनियाभर के करीब 9 देशों में फैला हुआ है। अमेजन ब्राजील, पेरू, कोलंबिया, वेनेजुएला, ईक्वाडोर, बोलिविया, गुयाना, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना में अपने पैर पसारे हुए है। दिलचस्प बात ये है कि अमेजन का अधिकांश हिस्सा यानि करीब 60 प्रतिशत ब्राजील की सीमा में है। यहां पेड़-पौधों, जीव जंतुओं की हजारों प्रजातियां पाई जाती है। इस जंगल को लेकर एक रोचक बात कही जाती है कि यदि अमेजन एक देश होता तो यह दुनिया का 9वां सबसे बड़ा देश होता।

जब दुनिया के सामने आई अमेजन की भयावह तस्वीर

हाल ही दुनिया के सामने अमेजन के जंगलों में आग लगने की कुछ तस्वीरें सामने आई है। जो सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल सैटेलाइट से ली गई इन तस्वीरों में अमेजन और अन्य सीमावर्ती राज्यों के जंगलों की तस्वीरें सामने आई है जिनमें आग की लपटें उठती दिखाई दे रहीं है। इस आग से जंगल का पारिस्थितिकी तंत्र डगमगा गया है। ना जानें कितने वन्यजीवों की मौतें आग के कारण हुई हैं।

सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

How Dangerous Amazon Rainforest is

ट्विटर पर अमेजन के जंगलों में लगी आग का विषय खासा चर्चाओं में रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर #PrayforAmazonas पर ट्रेंड कर रहा है। इसे लेकर अब तक लाखों की तादाद में ट्वीट किए गए हैं।

सबसे बड़ा वर्षावन

अमेजन दुनिया का सबसे बड़ा वर्षावन है। जो तकरीबन 2.1 मिलियन वर्ग तक फैला हुआ है। ये वन इतने घने और बड़े होते है कि सूरज की रोशनी यहां की धरती तक नहीं पहुंच पाती। यहां की जमीन धूप को भी तरस जाती है। यहां पर हजारों किस्‍म के पेड़ और पौधे हैं जिनमें से कुछ जीवनदायी हैं तो कुछ जानलेवा भी हैं। इन जंगलों में बारिश बिन बुलाए मेहमान की तरह होती है। जो बिना अते-पते के कभी भी आ जाती है। बारिश सामान्य हो तो ठीक है मगर तेज बारिश यहां के लिए बड़ी मुसीबत बन जाती है। तेज बारिश के कारण यहां बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है।

ये हैं आग लगने के कारण

अमेजन में आग लगने के कई कारणों को बताया जा रहा है। खेती के लिए जंगलों का धड़ल्ले से काटना। वहीं एक हद तक यहां का मौसम भी जिम्मेदार है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेजन के जंगलों में अधिकांश आग जुलाई-अगस्त के महिने में सामने आती है क्योंकि इस समय यहां की जलवायु उष्ण आर्द्र बनी रहती है।

दुनिया पर संकट के बादल

Amazon Forest Fire

अमेजन के जंगलों में लगी आग बड़ी मात्रा में धुआं और कार्बन उत्सर्जित कर रही है। इससे उठा काला धुंआ जंगल के आसपास और उसके बाहर फैल रहा है। यूरोपीय संघ के कोपर्निकस एटमॉस्फियर मॉनिटरिंग सर्विस (कैमस) के मुताबिक, आग से उठ रहा धुआँ अटलांटिक तट से बाहर पहुंच रहा है। ये धुआं करीब 3200 कि.मी दूर साओ पाउलो और इसके आस-पास के क्षेत्रों में पहुंच गया।

सीएएमएस के मुताबिक, आग से बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड निकल रही है, साल 2010 की तुलना में इस बार सबसे अधिक 228 मेगाटन कार्बन डाइऑक्साइड निकल रही है। साथ ही वे कार्बन मोनोऑक्साइड भी उत्सर्जित कर रहे हैं जो पेड़ के जलने पर ऑक्सीजन के अभाव में निकलने वाली गैस होती है। जो वायु को प्रदूषित करने का काम करती है।

अमेज़न के जंगलों में पौधों और जानवरों की लाखों प्रजातियों पाई जाती है। वहीं यहां रहने वाले आदिवासी ग्लोबल वार्मिंग को विनियमित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ये जंगल हर साल लाखों टन कार्बन उत्सर्जन करता है। लेकिन वहीं जब इन जंगलों को काटा या जलाया जाता है, तो यह जो कार्बन संग्रहित कर रहे हैं, वह वायुमंडल में छोड़ देते हैं जिससे वर्षावन की कार्बन उत्सर्जन को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है। ये कारण ही वहां के जीव जंतु के जिंदगी पर संकट बनाए हुए है, जो ईकोसिस्टम को खराब करता है। जिसका सीधा असर ग्लोबल वार्मिंग पर पड़ेगा।

ब्राजील की सरकार निशाने पर

अमेजन के जंगलों में आग लगने की लगातार घटनाओं ने राजनीति का रुख अपना लिया है। जिसके चलते ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्‍सोना को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल जायर ने जंगलों में हो रही पेड़ों की कटाई की रिपोर्ट देने वाले एक अधिकारी को हटा दिया गया। जिसमें उन्होंने जायर बोल्सोनारो को ही अमेजन में आग लगने का दोषी ठहराया था। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जंगलों में आग लगने की घटना हमेशा प्राकृतिक नहीं होती इसे इंसानों द्दारा भी लगाया जा सकता है।

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