एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी (VR Chaudhari) ने भारतीय वायुसेना के नए चीफ के रूप में अपना पद संभाल लिया है। उन्हें एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया की जगह नियुक्त किया गया है। बता दें कि राकेश कुमार सिंह भदौरिया भारतीय वायुसेना में अपनी 4 दशक से ज्यादा समय तक सेवा देने के बाद सेवानिवृत हो हुए। उनके कार्यकाल में ही भारतीय वायुसेना ने 36 राफेल और 83 स्वदेशी तेजस मार्क-ए लड़ाकू विमानों की दो बेहद अहम डील की थी। मालूम हो कि पूर्व लड़ाकू विमान पायलट वीआर चौधरी चीन के साथ जारी सीमा विवाद के समय लद्दाख सेक्टर के प्रमुख भी रहे हैं।
नए चीफ पर रहेंगी अहम कई जिम्मेदारियां
नए एयरफोर्स चीफ वीआर चौधरी ने बॉर्डर और वायुसेना के हेडक्वार्टर दोनों जगहों पर अपनी सेवाएं दी है। उन्होंने ऐसे समय में वायुसेना की कमान संभाली हैं, जब भारत का चीन के साथ सीमा विवाद और पड़ोसी देश अफ़गानिस्तान में भी उथल-पुथल का दौर जारी है। चौधरी पर भविष्य में रूस से खरीदे जाने वाली एस-400 मिसाइल प्रणाली के संचालन और आगे जाकर वायुसेना के बेड़े में शामिल होने वाले नए स्वदेशी और विदेशी विमानों की भी जिम्मेदारी रहेगी।
ऑपरेशन मेघदूत व सफेद सागर का हिस्सा रहे
एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन मेघदूत (सियाचिन अभियान) और ऑपरेशन सफेद सागर (1999 करगिल) जैसे मौकों पर भी वायुसेना में अपनी सेवाएं दी हैं। चौधरी ने ही पश्चिमी कमान का प्रमुख रहते हुए राफेल विमानों के बेड़े को अंबाला एयरबेस पर इंडक्ट कराया था। उनके बेटे भी राफेल लड़ाकू विमान के पायलट हैं। वीआर चौधरी वर्ष 1982 में वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में भर्ती हुए थे और अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें 38,000 घंटों से ज्यादा विभिन्न तरह के विमानों को उड़ाने का अनुभव है।
चौधरी कई अहम पदों पर दे चुके हैं अपनी सेवा
नए वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से अपनी पढ़ाई की हैै। उन्होंने अपने कार्यकाल में एक फ्रंटलाईन बेड़े और एक एयरबेस के प्रमुख का पद संभाला है। इसके अलावा वह एयर फोर्स एकेडमी के डिप्टी कमांडेंट, एयर स्टाफ ऑपरेशन (एयर डिफेंस) के असिस्टेंट चीफ और एयर स्टाफ (पर्सनल ऑफिसर्स) के पदों पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
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