इस्लामिक राष्ट्र तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैय्यब एर्दोगन के आने वाले दिन नई समस्या खड़ी करने वाले हैं। दरअसल, यूरोपीय यूनियन के बाद अब अमेरिका ने तुर्की के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। जानकारी के अनुसार, अमेरिका ने तुर्की पर रूस की अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली की खरीद को लेकर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बताया कि ‘रूसी एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए यूएसए ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं।’
एस-400 मिसाइल खरीदकर तुर्की ने नियमों को तोड़ा
गौरतलब है कि तुर्की की अर्थव्यवस्था पहले से ही बुरे दौर से गुजर रही है। वहां की मुद्रा लीरा की वैश्विक बाजार में वैल्यू लगातार कम होती जा रही है। ऐसे में रेचप तैय्यब एर्दोगन के सनकीपन की कीमत वहां की जनता को चुकानी पड़ेगी। अमेरिका पहले से ही तुर्की द्वारा रूस से एस-400 डिफेंस सिस्टम की खरीद को लेकर नाराज चल रहा है। यूएसए ने कहा है कि रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को खरीदकर तुर्की ने नियमों को तोड़ा है, जिसके बाद तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया।
आपको बता दें कि इस दौरान तुर्की के प्रेसिडेंसी ऑफ डिफेंस इंडस्ट्री और उसके प्रमुख इस्माइल डेमीर को प्रतिबंधित किया जाएगा। इस संस्था के जरिए ही तुर्की हथियारों की खरीद-बेंच और उसके विकास से कामों की निगरानी करता है। अमेरिका के इन प्रतिबंधों से तुर्की के डिफेंस इंडस्ट्री को भारी नुकसान होने वाला है।
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यूएस ने तुर्की को नागोर्नो-कराबाख संघर्ष से दूर रहने को कहा था
अक्टूबर के महीने में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने अमेरिका को चुनौती देते हुए कहा था कि वह जो आर्थिक प्रतिबंध लगाना चाहता है, लगा कर देख ले। अमेरिका ने तुर्की को चेताया था कि वह नागोर्नो-कराबाख के संघर्ष से दूर रहे। इस पर एर्दोगन ने कहा कि ‘आप जो भी प्रतिबंध लगाना चाहते हैं, देर ना करें।’ एर्दोगन ने कहा कि जब हमने एफ-35 की शुरुआत की तब भी आपने हमें धमकी दी थी।