मध्य प्रदेश में आखिरकार 29 दिन बाद कैबिनेट का विस्तार हो गया है। एमपी में सत्ता में वापसी करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को पहली बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। पहले कैबिनेट विस्तार में 5 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है। इनमें कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री भी शामिल हैं। राजभवन में शपथ ग्रहण के दौरान मंत्रियों समेत कई नेता मास्क पहने नज़र आए और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा पालन किया।
शिवराज सरकार में इन 5 मंत्रियों ने ली शपथ
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में जिन 5 मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल, मीना सिंह, तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत शामिल हैं। आपको बता दें कि इनमें से तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत की गिनती ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में होती है। ऐसे में हो गया है कि कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया की शिवराज सरकार के गठन में बड़ी भूमिका रही है। राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी पांचों नए मंत्रियों को मंत्री पद की शपथ दिलवाई। इस दौरान बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी वहां पर मौजूद रहीं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं। इस हिसाब से एमपी सरकार में मुख्यमंत्री सहित कुल 35 विधायक मंत्री बन सकते हैं। शिवराज सिंह की नई सरकार में सामाजिक समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन साधने की भी कोशिश की गई है।
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से अनबन होने के बाद कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। इसके बाद सिंधिया के 22 समर्थक विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जिसमें 6 कैबिनेट मंत्री भी शामिल थे। कमलनाथ सरकार के गिर जाने के बाद ‘मामा’ की सत्ता में फिर से वापसी हो गई।