फिल्म डायरेक्टर एवं एक्ट्रेस नंदिता दास अपना 50वां जन्मदिन मना रही है। उनका जन्म 7 नवंबर, 1969 को मुंबई में हुआ। नंदिता के पिता जतिन दास मशहूर चित्रकार और माता वर्षा दास पेशे से एक लेखिका हैं। उनके पिता जहां ओडिशा से हैं वहीं, उनकी मां गुजराती है। एक ओडिया परिवार में जन्मी नंदिता दिल्ली में पली-बढ़ी। उन्होंने दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय से अपनी स्कूलिंग पूरी की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से ज्योग्राफी में स्नातक और दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क से सोशल वर्क में मास्टर्स डिग्री की। कई भाषाओं में फिल्में कर चुकी नंदिता साल 2014 में येल वर्ल्ड फैलो रह चुकी है। ऐसे में डायरेक्टर-एक्ट्रेस नंदिता दास के बर्थडे पर जानते हैं उनके बारे में कई दिलचस्प बातें..
बचपन से पढ़ाई और चित्रकारी का रहा शौक़
पिता के पेंटर होने के कारण नंदिता दास को बचपन में पेंटिंग्स बनाने का काफ़ी शौक़ रहा। इसके अलावा वे अपनी पढ़ाई के दौरान हमेशा टॉपर्स में शामिल रहीं। कॉलेज के दौरान उन्होंने स्ट्रीट प्ले किए और बाद में एक्टिंग की दुनिया में आ गई। आज नंदिता दास की गिनती उन अभिनेत्रियों में होती हैं, जिन्होंने अपनी एक्टिंग के दम पर लोहा मनवाया है। नंदिता ने अब तक 10 अलग-अलग भाषाओं में फिल्में की हैं। इनमें हिन्दी, अंग्रेजी, उडिया, मलयालम, तमिल, तेलुगू, बंगाली, उर्दू, कन्नड और मराठी फिल्में शामिल हैं। वे अब एक्टिंग के अलावा फिल्म डायरेक्शन का काम भी करती हैं।
लीक से हट कर फिल्में करना पसंद करती है
नंदिता दास उन एक्ट्रेसेज में से एक मानी जाती है, जिन्होंने हमेशा लीक से हट कर अपनी मर्जी की फिल्में की हैं। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल के बाद हिंदी सिनेमा में नंदिता दास ने उनकी ही जगह ली है। नंदिता पहली बार प्रकाश झा की साल 1987 में आई फिल्म ‘परिणीति’ में दिखी थीं। लेकिन उन्हें पहचान साल 1996 में दीपा मेहता निर्देशित फिल्म ‘फायर’ से मिली।
वर्ष 1998 में नंदिता ने आमिर खान के साथ फिल्म ‘अर्थ 1947’ में काम किया। इसके बाद उन्होंने ‘बवंडर’, ‘बिफोर द रेन्स’, ‘रामचंद पाकिस्तानी’ जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम करते हुए अपनी ख़ास पहचान बनाई। वे कुछ हॉलीवुड फिल्म में भी काम कर चुकी है, जिसमें ‘रॉकफोर्ड’ जैसी फिल्म शामिल है। इस फिल्म में टीचर और स्टूडेंट के बीच लव रिलेशन दिखाया गया था। नंदिता ने टीचर का रोल प्ले किया था।
शबाना आजमी संग लिपलॅाक कर आई चर्चा में
फिल्म ‘फायर’ के एक किसिंग सीन ने नंदिता दास को रातों-रात स्टार बना दिया था। इस फिल्म के एक सीन में उन्होंने प्रसिद्ध एक्ट्रेस शबाना आजमी के साथ लिपलॅाक किया था। कई विवादित फिल्मों की वजह से नंदिता सुर्खियों में बनी रहीं। साल 2008 में उन्होंने फिल्म ‘फ़िराक़’ से डायरेक्टर के रूप में डेब्यू किया। इसके 9 साल बाद वर्ष 2017 में उन्होंने एक शॉर्ट फिल्म ‘इन डिफ़ेंस ऑफ फ्रीडम’ डायरेक्ट की। साल 2018 में नंदिता दास ने प्रसिद्ध उर्दू लेखक शहादत हसन मंटो के जीवन पर फिल्म ‘मंटो’ बनाई। इस फिल्म में एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने मंटो का रोल प्ले किया।
नंदिता के निजी जीवन की उन्होंने साल 2002 में सोम्या सेन से शादी की थी। लेकिन 7 साल बाद वर्ष 2009 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद नंदिता ने साल 2010 में एक बार फ़िर मुंबई बेस्ड इंडस्ट्रलिस्ट सुबोध मस्कारा से शादी की। लेकिन यह शादी भी लंबे समय तक नहीं चल पाई और साल 2017 में दोनों ने तलाक ले लिया। नंदिता और सुबोध मस्कारा का एक बेटा विहान है। नंदिता दास अंतिम बार इसी साल अप्रैल में रिलीज हुई फिल्म ‘अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यूं आता है’ में मानव कौल के साथ दिखीं।
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