भारत सरकार जल्द ही लाइसेंस या वाहन से जुड़े कुछ कामों के लिए ऑनलाइन नियमों में बदलाव करने जा रही है। जानकारी के अनुसार, अब ड्राइविंग लाइसेंस धारकों और वाहन मालिकों को 16 प्रकार के ऑनलाइन काम के लिए आधार प्रमाण की जरूरत होगी। इसमें लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस, डीएल का नवीनीकरण, पते का परिवर्तन, पंजीकरण का प्रमाण पत्र, अंतरर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना, स्थानांतरण का नोटिस और वाहन को एक मालिक से दूसरे मालिक के नाम पर हस्तांतरण के लिए आवेदन करना आदि शामिल हैं।
ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आधार प्रमाण आवश्यक
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के ड्राफ्ट के अनुसार, पोर्टल के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठाने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को आधार प्रमाणीकरण से गुजरना होगा। माना जा रहा है कि आधार प्रमाणीकरण से नकली दस्तावेजों पर लगाम लग सकती है। मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि लोग कोरोना महामारी के बाद से ऑनलाइन सेवाओं का फायदा उठा रहे हैं और ज्यादातर यही विकल्प चुन रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार इसे लोकप्रिय बनाना चाहती है। साथ ही राज्य सरकारों को इस पहल को लोगों के बीच पॉपुलर बनाने के लिए कहा जाएगा।
फर्जी कामों को रोकने के लिए आधार प्रमाण होगा जरूरी
बता दें कि केंद्र सरकार ने इसे लेकर लोगों से सुझाव भी मांगे हैं। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि जो लोग आधार प्रमाणीकरण नहीं जाना चाहते, उन्हें ऐसी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए व्यक्तिगत रूप से कार्यालयों का दौरा करना होगा। ऑनलाइन सेवाओं के लिए आधार जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही इस पर सुझाव मांग चुकी है। ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान फर्जी काम होने की आशंका भी रहती है। इस पर लगाम लगाने के लिए सरकार आधार को आवश्यक बना रही है, ताकि फर्जी कामों पर नकल कसी जा सके।
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