महाराष्ट्र में जंगली जानवरों द्वारा इंसानो पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। यहां चंद्रपुर जिले में स्थित रामदेगी के जंगलों में ध्यान करने गए बौद्ध भिक्षु को तेंदुए ने मार डाला। राहुल वाल्के नामक बौद्ध भिक्षु का शव फॉरेस्ट रेंजर्स को जंगल के अंदर एक पेड़ के नीचे मिला तब जाकर इस बात की पुष्टि हुई कि वाल्के की मौत तेंदुए के हमले से ही हुई है।
वन अधिकारियों ने बताया कि नागपुर शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर चंद्रपुर के रामदेगी वन क्षेत्र में काफी पुराना बौद्ध मंदिर है जिससे कुछ ही दूरी पर एक पेड़ के नीचे राहुल वाल्के नामक बौद्ध भिक्षु पिछले एक महीने से ध्यान कर रहा था। इससे पहलेे वनकर्मियों ने वाल्के को यहां जंगली जानवरों की मौजूदगी की चेतावनी भी दी थी लेकिन उन्होनें उसे अनसुना कर दिया। बौद्ध भिक्षु के साथ दो और भिक्षु भी मंदिर में रहते थे जो घटना के दौरान वहां नहीं थे।
बता दें कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर इलाका काफी समय से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। यहां से एक बाघ 510 किलोमीटर का सफर करते हुए मध्यप्रदेश तक जा पहुंचा था जिसे बाद में बड़ी मुश्किल से पकड़ा गया था। उस बाघ ने तब दो किसानों की जान भी ले ली थी। बाघ का महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश तक चले जाने आज भी वन अधिकारियों के लिए हैरानी भरा किस्सा माना जाता है।