दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जानकारी के अनुसार, उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपा। हालांकि, अभी राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। अनिल बैजल ने इसके लिए हालांकि निजी कारणों का हवाला दिया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के एलजी अनिल बैजल का कार्यकाल इसी साल 30 दिसंबर को पूरा होने वाला था।
पूर्व आईएएस अधिकारी हैं बैजल
गौरतलब है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अनिल बैजल को 31 दिसंबर, 2016 को दिल्ली का उप-राज्यपाल नियुक्त किया गया था। उनका वर्तमान कार्यकाल इसी साल 30 दिसंबर को पूरा होने वाला था। उप-राज्यपाल बैजल और दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के बीच विभिन्न मुद्दों पर हमेशा से ही तनातनी रही। मालूम हो कि इस साल भी कोरोना महामारी की चौथी लहर के दौरान ऑड-ईवन नियम पर दिल्ली सरकार और एलजी बैजल में एकराय नहीं बन सकी थी। इस दौरान उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली की आप सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया था।
राजनीतिक पृष्ठभूमि वाला शख्श बनाया जा सकता है एलजी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलजी अनिल बैजल को पहला कार्यकाल पूरा होने के बाद आगे एक्सटेंशन मिलने की संभावना बहुत कम ही थी। हालांकि, इसी बीच पिछले दिनों कुछ अधिकारियों के नाम सुर्खियों में आने भी लगे हैं। लेकिन इस बात की काफी संभावना है कि इस बार दिल्ली में उपराज्यपाल पद पर नियुक्ति किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति दी जा सकती है।
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