इजरायल के प्रसिद्ध नेता और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पार्टी चुनाव में एक बार फ़िर साबित कर दिया कि उनका जादू बरकरार है। नेतन्याहू एक बार फ़िर अपनी राजनीतिक पार्टी लिकुड नेता चुने गए हैं। इजरायल में मार्च 2019 में हुए चुनाव में वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, लेकिन पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। इसके बाद नेतन्याहू के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे थे। लेकिन पार्टी के चुनाव में सभी को पछाड़ते हुए बेंजामिन नेतन्याहू एक बार फ़िर से लिकुड पार्टी के नेता के तौर पर उभरकर सामने आए हैं। उन्होंने 72 फीसदी वोट हासिल किए।
बड़ी जीत के बाद समर्थकों का जताया शुक्रिया
पिछले एक साल से बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। इस कारण से पार्टी में भी उनके खिलाफ आवाज़ उठने लगी थीं। पार्टी चुनाव में नेतन्याहू का मुकाबला गिदोन सार से था, लेकिन वे सिर्फ 27 फीसदी वोट ही हासिल कर पाए। बता दें, लिकुड पार्टी में 57 हजार से अधिक सदस्य हैं। पार्टी चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद नेतन्याहू ने ट्वीट कर अपने समर्थकों का शुक्रिया किया। उन्होंने लिखा, ‘एक शानदार जीत के लिए पार्टी के सदस्यों का धन्यवाद। ईश्वर की कृपा, आपकी मदद से मैं अगले चुनाव में पार्टी को बड़ी जीत की ओर ले जाऊंगा।
תודה ❤️ pic.twitter.com/7FdbaU66ab
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) December 26, 2019
मीडिया को नहीं थी बड़ी जीत की उम्मीद
इजरायल के मीडिया में बेंजामिन नेतन्याहू के पार्टी चुनाव में जीत की बात कही जा रही थी, लेकिन किसी को भी इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं थी। बता दें, नेतन्याहू पिछले दो दशक से लिकुड पार्टी के नेता हैं और इजरायल में उनका एक छत्र राज चल रहा है। हाल ही में इजरायल में हुए प्रधानमंत्री पद के चुनाव में लिकुड पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया था, किसी अन्य पार्टी को भी बहुमत नहीं मिला था। इसलिए बेंजामिन नेतन्याहू अभी भी पीएम पद पर बरकरार हैं। अब इजरायल में एक बार फ़िर मार्च 2020 में प्रधानमंत्री पद के चुनाव होंगे।
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नेतन्याहू की बाल-बाल बची थी जान
जानकारी के लिए बता दें कि इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बुधवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया था। वह एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी ख़बर आई कि गाज़ा पट्टी की तरफ से एक मिसाइल दागी गई है, जो उनके आस-पास ही आकर गिर सकती है। इसके बाद आनन-फानन में बेंजामिन नेतन्याहू को एक बंकर में ले जाकर सुरक्षित किया गया था।