भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया को गुरुवार को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ से सम्मानित किया। उन्होंने खेल मंत्री किरण रिजिजू के हाथों से यह अवॉर्ड ग्रहण किया। दरअसल, बजरंग 29 अगस्त को खेल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यह अवॉर्ड नहीं ले सके थे। उस दौरान वे रूस में रेसलिंग की वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उनके अलावा खेल मंत्री रिजिजू ने भारतीय धावक मोहम्मद अनस याहिया और गोला फेंक एथलीट तेजिंदरपाल सिंह तूर को ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया। वहीं, सीनियर एथलेटिक्स कोच मोहिंदर सिंह ढिल्लो को ‘द्रोणाचार्य अवॉर्ड’ से नवाज़ा गया।
मेरा पूरा ध्यान अब टोक्यो ओलिम्पिक पर: बजरंग
राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड ग्रहण करने बाद रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा, ‘पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कोई भी प्लेयर अच्छा महसूस करता है और यह तो देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है। अब मेरा पूरा ध्यान टोक्यो ओलिम्पिक-2020 पर लगा हुआ है। खेल रत्न से सम्मानित होने के बाद मेरी जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है। फिलहाल मेरी तैयारियां अच्छी चल रही हैं। मैं पिछले 10-12 दिन से मैट पर ट्रेनिंग कर रहा हूं और अपनी चोट से उबर चुका हूं। मैं टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा और सभी के आशीर्वाद से देश के लिए स्वर्ण पदक जीतूंगा।’
India is proud of them! Conferred Khel Ratna award to @BajrangPunia , Arjuna awards to Md. Anas and Tajinderpal Singh Toor and Dhronacharya Award to Coach Mohinder Singh Dhillon. pic.twitter.com/lvS460KWz8
— Kiren Rijiju (मोदी का परिवार) (@KirenRijiju) November 28, 2019
‘पद्मश्री’ और ‘अर्जुन पुरस्कार’ से हो चुके हैं सम्मानित
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के साथ ही बजरंग पूनिया को 32 लाख 70 हजार रुपए का नगद पुरस्कार भी प्रदान किया। बता दें, बजरंग 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में टोक्यो ओलिम्पिक का कोटा प्राप्त कर चुके हैं। 25 वर्षीय बजरंग पूनिया को इसी साल देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मश्री’ और वर्ष 2015 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है। वे खेल रत्न से सम्मानित किए गए 9वें पहलवान भी बन गए हैं। बजरंग हरियाणा राज्य के झज्जर जिले स्थित खूडन गांव से आते हैं।
Read More: दीपिका कुमारी और अंकिता भक्त ने हासिल किया तीरंदाजी में ओलिम्पिक कोटा