कौन हैं नए एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया? यहां जानिए उनके बारे में सबकुछ

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30 सितंबर को बीरेंद्र सिंह धनोआ (बीएस धनोआ) भारतीय वायुसेना प्रमुख पद से सेवानिवृत हो गए। धनोआ अपने शानदार सेवा रिकॉर्ड और बालाकोट एयर स्ट्राइक के लिए ख़ास पहचान रखते हैं। धनोआ के रिटायरमेंट के बाद एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया (आरकेएस भदौरिया) ने इंडियन एयरफोर्स के नए चीफ का पदभार संभाल लिया है। एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन भदौरिया को एयरफोर्स की कमान सौंपी। इससे पहले भदौरिया वाइस चीफ ऑफ द एयर स्टाफ पद पर थे। नए एयर चीफ के बारे में हर कोई जानना चाहता है। ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं नए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के बारे में वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं..

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आगरा के पास कोरथ गांव में जन्मे थे भदौरिया

इंडियन एयरफोर्स चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया का जन्म उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर के पास कोरथ गांव में हुआ था। उनके चीफ बनने की ख़बर सुनकर उनके गांव वाले काफ़ी खुश हैं। भदौरिया नेशनल डिफेंस एकेडमी, पुणे के छात्र रहे हैं। उन्होंने कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से डिफेंस स्टडीज में मास्टर डिग्री की थी। जब भदौरिया छोटे थे तो वे अपने दादाजी को कहा करते थे कि वह एक दिन पायलट बनेंगे और आप मुझे जहाज उड़ाता देख पाएंगे। आरकेएस भदौरिया की पत्नी का नाम आशा भदौरिया है, जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी हैं।

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दादा ब्रिटिश सेना में थे, पिता और बेटी भी एयरफोर्स में

एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया के दादाजी शोबरन सिंह ब्रिटिश सेना में थे। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में अपनी सेवाएं दी थीं। उनके पिता सूरज पाल सिंह भदौरिया भी भारतीय वायु सेना में मास्टर वारंट ऑफिसर के पद पर सेवा दे चुके हैं। भदौरिया के दो भाई एक आर्मी और एक वायु सेना में थे। उनके एक भाई के दो बेटे इंडियन आर्मी में सेवाएं दे रहे हैं। एयर मार्शल भदौरिया की बेटी सोनाली भी इंडियन एयरफोर्स में पायलट है।

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1980 में शुरु हुआ था भारतीय वायुसेना में कॅरियर

आरकेएस भदौरिया ने इंडियन एयरफोर्स में अपने कॅरियर की शुरुआत वर्ष 1980 में की। उन्हें 15 जून, 1980 को एयरफोर्स की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। भदौरिया को प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है। उनके बारे में सबसे ख़ास बात यह है कि वायुसेना में अभी तक अपने कॅरियर में वे 26 तरह के फाइटर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं। भदौरिय 4250 घंटे का फाइटर विमान और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव रखते हैं। वह एयरफोर्स के पहले ऐसे पायलट भी हैं जो राफेल फाइटर जेट उड़ा चुके हैं।

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शानदार सेवा के लिए कई मेडल और पुरस्कारों से हो चुके हैं सम्मानित

नए एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया को परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), वायु सेवा मेडल (VM) और एडीसी अवॉर्डस् से नवाज़ा जा चुका है। वे ‘अति विशिष्ट सेवा मेडल’ (जनवरी 2013), ‘वायु सेना मेडल’ (जनवरी 2002), ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ (जनवरी 2018) से भी सम्मानित हो चुके हैं। इसी साल जनवरी महीने में उन्हें राष्ट्रपति के सहायक सैनिक अधिकारी की मानद उपाधि भी दी गई थी। भदौरिया जगुआर स्क्वाड्रन कमांड, प्रीमियर एयर फोर्स स्टेशन, कमांडिंग अफसर ऑफ फाइट टेस्ट स्क्वाड्रन समेत कई जिम्मेदारी अच्छे से निभा चुके हैं।

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कई पदों पर दे चुके हैं इंडियन एयरफोर्स में सेवा

नए एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया जनवरी 2016 से 28 फरवरी, 2017 के बीच नेशनल डिफेंस अकेडमी के कमांडेंट, सेंट्रल एयर कमांड के सीनियर स्टाफ ऑफिसर और ड्यूप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं। वह एक्सपेरिमेंट टेस्ट पायलट, कैटेगरी A क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर भी हैं।

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एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया 1 मार्च, 2017 से साउदर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (AOC-in-C) के पद पर रहे हैं। उन्होंने एयर मार्शल एसआरके नायर की सेवानिवृति के बाद 1 अगस्त, 2018 से एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (AOC-in-C) ट्रेडिंग कमांड के पद पर भी काम किया है। इसी से साथ राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ के रूप में पदोन्नति मिली थी।

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