जातिवाद से आगे सोचना चाहिए, नए समाज की स्थापना करनी चाहिए, सबको एक जैसा मानना चाहिए जैसी बातें अब भी किताबी ही लगती है। नए भारत की बात पिछले कई समय से हो रही है लेकिन लगता है कि नया भारत बन भी गया तो उसमें एक बात जरूर होगी और वह है ‘जातिवाद’। ऐसा इसलिए कह रह हैं क्योंकि लोगों की सोच अब भी जाति से उपर नहीं उठ पा रही। ऐसा ही एक मामला हाल ही हुआ। दरअसल एक ब्राहम्ण व्यक्ति ने जोमैटो से खाना ऑर्डर किया। जब उसे पता चला कि ऑर्डर एक मुस्लिम डिलीवरी बॉय लेकर आ रहा है तो उसके अंदर का पंडित जाग गया और उसने ऑर्डर कैंसल कर दिया और फिर यह किस्सा टॉकिंग पॉइंट बन गया।
https://twitter.com/NaMo_SARKAAR/status/1156222223868260355
आइए आपको पूरी कहानी बताते हैं…
जोमैटो पर पंडित अमित शुक्ल नाम के एक शख्स ने खाना ऑर्डर किया और जब उन्हें मैसेज के जरिए पता चला कि एक मुस्लिम डिलीवरी बॉय उनका खाना लेकर आ रहा है तो उन्होंने सावन होने का हवाला देते हुए जोमैटो से डिलीवरी बॉय बदलने को कहा। जोमैटो ने इससे इनकार कर दिया तो अमित शुक्ल ने ऑर्डर कैंसिल कर दिया और जोमैटो से रिफंड देने की मांग की। जोमैटो कंपनी ने रिफंड देने से भी इनकार कर दिया।
https://twitter.com/ZomatoIN/status/1156429449258250240
जोमैटो ने दिया शुक्ल साहब को करारा जवाब
जोमैटो ने अपने ट्विटर अकाउंट से अमित को करारा जवाब दिया। बाद में जोमैटो के फाउंडर दीपेंद्र गोयल ने भी अमित की इस हरकत पर जवाब दिया। जोमैटो ने लिखा कि खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना खुद एक धर्म है। दीपेंद्र गोयल ने ट्विटर पर लिखा कि हम भारत के विचारों और हमारे ग्राहकों-पार्टनरों की विविधता पर गर्व करते हैं। हमारे इन मूल्यों की वजह से अगर बिजनेस को किसी तरह का नुकसान होता है तो हमें इसके लिए दुख नहीं होगा।