भारतीय शाही खजाने की बेशकीमती वस्तुएं हुई नीलाम, बिक्री में मिले 750 करोड़ रुपए

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न्यूयॉर्क स्थित क्रिस्टी नीलाम घर ने भारतीय महाराजाओं और मुगलों के खजाने के बेशकीमती सामानों की नीलामी 10.9 करोड़ डॉलर (करीब 750 करोड़ रुपये) में की है। इस नीलामी में मुगल बादशाह शाहजहां का बेशकीमती जेड पत्थर (हरिताश्म) के मूठ वाला खंजर, हैदराबाद के निजामों की अलंकृत तलवार और मुगलकालीन रत्नजड़ित हुक्के ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। नीलाम किए गए 400 सामान में यह भी शामिल हैं। इस बेशकीमती खजाने में 29 बेशकीमती सामान भारत के थे। इनकी कुल कीमत दस करोड़ डॉलर से अधिक थी।

इस नीलामी की शुरुआत इंदौर के पुखराज ताबीज मोती पेंडेंट नेकलेस के साथ शुरू हुई। इस नेकलेस को इंदौर के महाराजा यशवंत राव होल्कर-द्वितीय ने अपनी पत्नी को उपहार स्वरूप दिया। नीलामी में इस नेकलेस की बोली 1.44 करोड़ रुपए आंकी गई।

इन बेशकीमती वस्तुओं की हुई नीलामी

‘महाराजा एंड मुगल मैग्नीफिसेंस’ नाम से आयोजित क्रिस्टी नीलामी घर द्वारा जारी बयान के मुताबिक इस नीलामी में पहली बार भारतीय कला और मुगलों से जुड़े इतने अधिक सामान की नीलामी हुई है। इस नीलामी के साथ ही जेवरों का निजी कलेक्शन का प्रदर्शन भी किया गया था। इस नीलामी में बेचे गए सामान कटारी शाही परिवार के अल थानी कलेक्शन का हिस्सा हैं।

इस नीलामी में मुगल बादशाह शाहजहां के खंजर की बिक्री 33,75,000 डॉलर (करीब 23.4 करोड़ रुपए) में हुई। शाहजहां के किसी भी जेड पत्थर से बनी वस्तु की यह अब तक मिली सर्वाधिक कीमत है। वहीं नीलामी में हैदराबाद के निजाम की तलवार को 19,35,000 डॉलर (करीब 13.4 करोड़ रुपए) में बेचा गया। इस तलवार को मिली यह रकम अब तक की किसी भी भारतीय तलवार की सबसे ऊंची बोली है। रत्नजड़ित हुक्के की जोड़ी 759,000 डॉलर (करीब 5.27 करोड़ रुपये) में बिकी है।

नीलामी के दौरान पारसी ज्वैलर कार्टियर वर्ष 1912 में बना बेले इपोक्यू डेवंट-डी-कोर्स ब्रोच को ब्रिकी में 10,603,500 डॉलर (करीब 73.7 करोड़ रुपए) की बोली लगी।

इन हीरों की भी हुई नीलामी

इस नीलामी में दो भारतीय हीरों को भी अच्छे दाम मिले हैं। गोलकुंडा की खदान से निकले द मिरर ऑफ पैरेडाइज डायमंड (52.58 कैरेट) की कीमत 6,517,500 डॉलर (करीब 45 करोड़ रुपये) लगी है।

अरकोट के नवाब के खजाने का 17 कैरेट का नायाब हीरा अरकोट-2 भी इस नीलामी में 3,375,00 डॉलर (करीब 23.5 करोड़ रुपए) में बिका। इस हीरे पर कभी ब्रिटेन की महारानी चारलोट का मालकिन हक रहा था। इसी प्रकार हैदराबाद के निजाम के एनटीक डायमंड नेकलेस (33 हीरों वाला हार) को करीब 17 करोड़ रुपए में बेचा गया है।

क्रिस्टी के अंतर्राष्ट्रीय ज्वैलरी प्रमुख राहुल कड़ाकिया ने बताया कि इस नीलामी में राजस्थान के जयपुर राजघराने, इंदौर और बड़ौदा के राजघराने की बेशकीमती वस्तुएं भी शामिल की गई।

बड़ौदा की महारानी सीता देवी का खूबसूरत ब्रेसलेट करीब 11.4 करोड़ रुपए में नीलाम हुआ। इस ब्रेसलेट को बनाने में मोतियों, हीरों और प्लेटिनम का इस्तेमाल हुआ है।

जयपुर की राजमाता गायत्री देवी की एक एनटीक हीरे की अंगूठी 4.45 करोड़ रुपए में नीलाम हुई। बड़ौदा घराने का एक रत्नजड़ित कपड़ा भी नीलामी के दौरान बिका जिसकी कीमत 9.5 लाख रुपए आंकी गई। इसमें रत्नों से कशीदेकारी की गई है।

इस नीलामी में मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का मैजिक बॉक्स, स्वर्ण जड़ित सिंहासन और पटियाला का मोतियों, माणिक्य और हीरों जड़ित चोकर को भी अच्छी राशि में बेचा गया। इस चोकर को वर्ष 1931 में पंजाब के महाराजा भूपेंद्र सिंह ने बनवाया था।

पेंटिंग ‘क्रिकेट मैच’ दस करोड़ में नीलाम

‘क्रिकेट मैच’ एक ब्रिटिश कलाकार एलएस लॉवरी की पेंटिंग है जिसे लंदन में सोदेबी की नीलामी में दस करोड़ रुपए से अधिक में बिकी है। इस पेंटिंग में इंग्लैंड के सैलफोर्ड क्षेत्र में सड़क पर क्रिकेट मैच की दीवानगी को दर्शाया गया है। इंग्लैंड में जारी क्रिकेट विश्व कप के चलते 1938 में बनी इस पेंटिंग को नीलामी के दौरान भाव बढ़-चढ़कर लगे।

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