आईटी कंपनी का जब भी नाम आता है तो अजीम प्रेमजी की विप्रो का जिक्र भी हो ही जाता है। अजीम प्रेमजी अब विप्रो के चैयरमैन पद से रिटायर हो रहे हैं और अब उनकी जगह उनके पुत्र रिशद लेंगे। आईटी सेक्टर में विप्रो कंपनी का अपने आप में एक अलग ही सफर रहा है।
सिर्फ 21 साल की उम्र में अजीम प्रेमजी ने इसकी बागडोर संभाली थी और कंपनी को सबसे बड़े पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। 53 सालों के काम में अजीम प्रेमजी ने कंपनी का कारोबार 12 हजार गुना तक बढ़ा दिया। अब ये काम रिशद के हाथों में सौंपा गया है जो 31 जुलाई से इस पद को संभालेंगे।
कौन है रिशद प्रेमजी?
रिशद प्रेमजी अजीम प्रेमजी के बेटे हैं जो सात सालों से विप्रो के लिए काम कर रहे हैं। कंपनी के लिए कारोबार में रिशद ने भी बेहतरीन भूमिका निभाई है। शुरूआती सालों में उन्होंने कंपनी के लिए न्वेनस्टार रिलेशन और कॉरपोरेट अफेयर्स से संबंधित काम किए। विप्रो में आने से पहले रिशद लंदन की किसी वेब कंपनी में भी काम कर चुके हैं।
रिशद प्रेमजी ने हावार्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई की है और इसके अलावा अमेरिका के वेस्लेरयन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्सन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। यही नहीं लंदन के स्कूेल ऑफ इकोनॉमिक्सव से स्पेशल डिप्लोमा कोर्स भी किया। साल 2014 की बात है जब वर्ल्डा इकोनॉमिक फोरम ने रिशद को यंग ग्लोकबल लीडर के तौर पर भी सम्मानित किया। रिशद आईटी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम (NASSCOM) के चेयरमैन पद पर भी रह चुके हैं।
विप्रो देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है और अब वे इस कंपनी की बागडोर संभालने जा रहे हैं। विप्रो कंपनी के पूरे विश्व में एक लाख और तीस हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं। 54 देशों में ये कंपनी काम कर रही है। भारत में विप्रो का मुख्यालय बेंगलुरू में बना हुआ है। रिशद के अलावा अजीम प्रेमजी के परिवार में उनकी पत्नी यास्मिन और एक और बेटा तारिक है।