नैतिकता को सर्वोपरि मानते हुए इन हस्तियों ने ठुकरा दिए करोड़ों रुपयों के विज्ञापन

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आज के दौर में युवाओं के आइडियल प्रसिद्ध हस्तियां होते हैं, जिनका उनके सामाजिक एवं निजी जीवन पर व्यापक प्रभाव देखने को मिलता है। इन प्रसिद्ध हस्तियों द्वारा कभी ऐसा गलत संदेश अपने प्रशंसकों को नहीं दिया जाता, जिससे उनको नुकसान पहुंचे।

ये चर्चित हस्तियां समाज के बड़े वर्ग को प्र​भावित करने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। कई हस्तियों ने उच्च मेहनताना देने की पेशकस के बावजूद कई ब्रांड्स के विज्ञापन करने के अनुरोध को ठुकरा दिया, क्योंकि ऐसे उत्पादों को बढ़ावा देना मानवीय मूल्यों और नैतिकता के खिलाफ हैं।

तो आइए जानते हैं इन 10 प्रसिद्ध हस्तियों के बारे में जिन्होंने अपने प्रशंसकों के हितों को ध्यान में रखकर बड़े ब्रांड्स के विज्ञापन करने से मना कर दिया, उनकी अंतर्रात्मा ने पैसों से ज्यादा नैतिक मूल्यों का समर्थन किया।

करीना कपूर खान

चाय से लेकर सौंदर्य तक ढेरों उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन बेगम खान ने किया है। लेकिन उन्होंने अपने कदम तब पीछे खींच लिए जब उन्हें एक फूड ब्रांड ने नॉन-वेज फूड प्रोडक्ट्स का विज्ञापन करने का ऑफर दिया। उन्होंने इसका समर्थन करने से मना कर दिया। यह बात तब की है जब करीना कपूर ने खुद को शाहिद कपूर के साथ डेट करने के दौरान शाकाहारी बना लिया था। हालांकि दोनों की जोड़ी एक दशक पहले अलग हो गई है, तब से करीना शाकाहारी बनी हुई हैं और उस उत्पाद का समर्थन नहीं करती हैं, जिसका उपयोग वह खुद करना अनैतिक समझती हैं।

सचिन तेंदुलकर

भारत में क्रिकेट का भगवान के रूप में प्रसिद्ध और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने वर्ष 2010 में एक कंपनी का विज्ञापन करने से मना कर दिया था। उन्होंने इसका कारण बताया कि वह युवाओं के लिए आदर्श है और उन्हें पता है कि उनके द्वारा किए गए विज्ञापनों को उनके करोड़ों प्रशंसक देखते हैं और वे उनसे प्रोत्साहित होकर खरीदते हैं। ऐसे में वह उन उत्पादों का विज्ञापन नहीं करेंगे जिससे उनके प्रशंसकों को नुकसान पहुंचे। इसके लिए उन्होंने शराब की ब्रांड और तम्बाकू उत्पादों का समर्थन करने से मना क​र दिया। उनके इस निर्णय की महाराष्ट्र सरकार ने प्रशंसा की।

जॉन अब्राहम

जॉन अब्राहम के बारे में हम सब जानते हैं कि वे स्वास्थ्य के प्रति सचेत हैं, उन्हें न केवल जिम में पसीना बहाने में आनंद आता है, बल्कि वह इस बात के प्रति बेहद सजग भी हैं। अपने चाहने वालों और प्रशंसकों के स्वास्थ्य और कल्याण को हमेशा सर्वोपरि मानते हुए, मॉडल से अभिनेता बने जॉन ने तम्बाकू और शराब ब्रांड्स के विज्ञापन करने से मना कर दिया।

अमिताभ बच्चन

बिग बी ने एक बार ऐसे विज्ञापन को करने से मना कर दिया जिससे लोगों को देहज के बारे में गलत संदेश मिल सकता था, क्योंकि उस उत्पाद को देहज की वस्तु के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा था। बिग बी ने आर्थिक लाभ से ज्यादा नैतिकता को ध्यान में रखा, क्योंकि उनके द्वारा विज्ञापनों को ठुकराना कोई पहला उदाहरण नहीं है। वर्षों पहले वे एक गैसीय पेय के साथ जुड़े हुए थे, लेकिन एक स्कूल की लड़की ने उनसे सवाल किया कि वह ऐसे पेय को क्यों बढ़ावा दे रहे हैं, जिसको उनके शिक्षक ने जहर बताया था। उसके बाद से ही उन्होंने उस विज्ञापन से खुद को अलग कर लिया।

कंगना रनौत

मानवीय मूल्यों को बनाए रखने के लिए बहुत साहस की जरूरत होती है और अब तक हम सब जान चुके हैं कि कंगना के पास इसकी कोई कमी नहीं है। एक बार एक सौन्दर्य प्रसाधन कंपनी ने फेयरनेस प्रोडक्ट (गोरेपन के लिए उत्पाद) का विज्ञापन करने के लिए कंगना को दो करोड़ रुपये का ऑफर किया तो उन्होंने इसे ठुकरा दिया और दोबारा सोचा तक नहीं। ऐसे ब्रांड को साइन करने से उसकी बहन का अपमान करने के समान होता, जिसकी रंग सुन्दर सांवला और सलौना था। इस पर उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस भेदभाव का शिकार नहीं होना चाहिए। वे इस तरह की क्रीमों से अपना आत्मविश्वास और आत्म—मूल्य खो देती हैं।

अभिषेक बच्चन

खुद को मादक पदार्थों के सेवन से दूर रखने वाले अभिषेक बच्चन ने दस करोड़ रुपये के एक शराब के विज्ञापन के ऑफर को इसलिए ठुकरा दिया क्योंकि यह उनकी नैतिकता के खिलाफ था। यह विज्ञापन उनके प्रशंसकों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता था, इसलिए उन्होंने शराब को बढ़ावा देने वाला विज्ञापन करना स्वीकार नहीं किया। उनके ज्यादातर फैन युवा है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान यह बात साझा की, कि ‘मुझे व्यक्तिगत रूप से विश्वास नहीं है कि कोई भी आमदनी अच्छी आमदनी नहीं हो सकती है। किसी भी विज्ञापन को करने वाला ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो उस उत्पाद का शेयर बाजार में बढ़ा सके। किसी भी विज्ञापन को करने से पहले मुझे व्यक्तिगत रूप से उस ब्रांड पर विश्वास करने की आवश्यकता है। मैं ऐसे किसी उत्पाद का समर्थन नहीं करूंगा और न ही उपभोग।’

साई पल्लवी

दक्षिण भारतीय की जानी—मानी अभिनेत्री साई पल्लवी ने साबित कर दिया कि वह अब परिपक्व हो चुकी हैं और उन्होंने एक शानदार और महत्वाकांक्षी ऑफर को ठुकरा दिया है। उनके साफ रंग से आकर्षित होकर एक फेयरनेस क्रीम वाले ब्रांड ने विज्ञापन के लिए उन्हें दो करोड़ रुपये का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने उस कंपनी को ‘नहीं’ में अपना सिर हिला दिया। दक्षिण की इस अभिनेत्री को मालूम था कि इस तरह के उत्पादों का समर्थन करने से उसके युवा प्रशंसकों के दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

रणबीर कपूर

रणबीर कपूर को उनके गोरे रंगरूप के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बात को लेकर उनमें कोई सुपीरियर कॉम्पलेक्स नहीं है। जब एक फेयरनेस ब्यूटी प्रोडक्ट कंपनी ने उन्हें सिर्फ एक दिन के शूट के लिए नौ करोड़ रुपये का ऑफर दिया, तब उन्होंने आत्मविश्वास के साथ इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उनका मानना था कि इस तरह का अभियान केवल नस्लवाद को बढ़ावा देगा और कपूर खानदान का यह किशोर गोरे और काले रंग के भेदभाव को बढ़ावा देना नहीं चाहता है।

रणदीप हूडा

कंगना और रणबीर की तरह ‘हाईवे’ फिल्म के अभिनेता रणदीप हूडा ने भी एक फेयरनेस उत्पाद के विज्ञापन करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। भारत के लोगों में गोरी त्वचा के प्रति जुनून के बारे में शिकायत करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे “औपनिवेशिक हैंगओवर” का परिणाम है।

विराट कोहली

chaltapurza.com

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी गैसीय पेय पदार्थों के प्रशंसक नहीं हैं और उनसे दूरी बना कर रहते हैं। ‘द हिंदू’ नामक अंग्रेजी समाचार पत्र में दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने एक बार एक मल्टी-करोड़ सॉफ्ट ड्रिंक का विज्ञापन ठुकरा दिया था, क्योंकि वह खुद उसका उपभोग नहीं करते हैं। उन्होंने इसे अपनी नैतिकता के खिलाफ माना और विज्ञापन करने से साफ मना कर दिया।

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