देश में 17वीं लोकसभा के लिए 2019 के आम चुनाव.. और इन चुनावों में राजनीतिक दलों के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप, किस स्तर पर पहुंच चुके हैं वो सब हम देख ही रहे हैं। हालिया वर्षों में लगातार यह देखा गया है कि राजनीति में अमर्यादित भाषा का चलन बढ़ा है, अब नेता राजनीतिक मंचों से खुलेराम बिना किसी डर के अपशब्दों का प्रयोग करने लगे हैं। इस आम चुनाव को ही देख लें, अब तक सैकडों नेता ऐसे बयान दे चुके हैं जो भारत जैसे सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेताओं को शोभा नहीं देते हैं। राजनीतिक फायदों के लिए राजनीति का यह स्तर आने वाले समय के लिए किसी बड़े संकट से कम नहीं है। लोकसभा चुनाव में बयानबाजी के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कथित गुरु सैम पित्रोदा ने एक ऐसा बयान दे दिया है जो कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी करता दिखता है। आइये जानते हैं ऐसा क्या कहा है सैम पित्रोदा ने..
पित्रोदा के बयान के बाद उन पर मुक़दमा दर्ज कराया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सभा में 1984 के सिख दंगों के लिए गांधी परिवार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी को चैलेंज किया था। पीएम मोदी के सिख दंगों के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने टिप्पणी की है। इस टिप्पणी पर अब राहुल गांधी के कथित गुरु सैम पित्रोदा खुद व कांग्रेस बैकफुट पर आती नज़र आ रही है। बीजेपी ने जहां पित्रोदा के बयान की कड़ी निंदा की है। वहीं, अब उनके ख़िलाफ़ पुलिस में एक मामला भी दर्ज करवाया गया है। दिल्ली बीजेपी के नेता तेजिंदर सिंह बग्गा ने सैम पित्रोदा के ख़िलाफ़ पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। पुलिस शिकायत में बीजेपी नेता बग्गा ने लिखा है कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान ने हमारे सिख भाइयों और बहनों की भावनाओं का अपमान और उन्हें आहत करने का काम किया है। इसके अलावा सिख समुदाय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दिल्ली स्थित घर के बाहर उनके गुरु पित्रोदा के बयान को लेकर कड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
गुरुवार को सिख दंगों पर यह बोल थे सैम पित्रोदा
गुरुवार के दिन सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख दंगों के मुद्दे पर कहा था, ‘अब क्या है 84 का? उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के लिए कहा कि आपने पांच साल में क्या किया, उसकी बात करिये। ’84 में हुआ तो हुआ’, आपने क्या किया? पित्रोदा के इस बयान ने कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने के लिए चुनावी समय में एक नया हथियार मिल गया है। कांग्रेस ओवरसीज अध्यक्ष पित्रोदा ने अपने इस बयान के बाद हो रहे राजनीतिक घमासान को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया और कहा कि उनके साक्षात्कार में से ‘तीन शब्द’ निकाल कर गलत तरीके से पेश किए जा रहे हैं।
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हालांकि शुक्रवार सुबह सैम पित्रोदा ने एक के बाद एक ट्वीट कर अपने बयान का बचाव करने की पूरी कोशिश की। सोशल मीडिया पर उन्होंने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि मैं सिखों का दर्द समझता हूं, उन्हें 1984 में काफी दर्द झेलना पड़ा था। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी और राहुल गांधी ने कभी भी किसी जाति-पंथ के आधार पर लोगों को बांटने का काम नहीं किया है। ऐसा करना बीजेपी नेताओं की आदत रही है।
रोहतक में बोले मोदी, पित्रोदा गांधी परिवार के सबसे बड़े राज़दार
सैम पित्रोदा के सिख दंगों पर विवादस्पद टिप्पणी के बाद शुक्रवार को हरियाणा के रोहतक में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके आड़े हाथ लिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘सैम पित्रोदा.. गांधी परिवार के सबसे बड़े राज़दार हैं। कांग्रेस के लिए लोगों के जीवन का कोई मूल्य नहीं है। उन्होंने कहा कि 1984 में हुए बड़ी संख्या में सिख भाइयों के कत्लेआम पर कांग्रेस कह रही है कि ‘हुआ तो हुआ’। इस दंगे में कांग्रेस के नेताओं पर दंगे में शामिल होने और साजिश रचने का आरोप लगा। आज वही कांग्रेस कह रही है जो हुआ सो हुआ। मोदी ने कहा कि पित्रोदा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गुरु हैं। दिल्ली में 1984 के दंगों में 2800 सिखों की हत्या हुई थी। कल बोले गए तीन शब्द कांग्रेस का चरित्र हैं, कांग्रेस की मानसिकता है, कांग्रेस के इरादे हैं। कांग्रेस के वो शब्द थे, हुआ सो हुआ।’