चुनाव बस अब एक हफ्ते से भी कम दूर खड़े हैं और इसको लेकर बयानबाजियां शुरू पहले से ही हो गई हैं। ऐसे में बीजेपी पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लग रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री ने इस बार आचार संहिता के नियमों को तोड़ा है।
हाल ही में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है इससे पहले भी बीजेपी ने विंग कमांडर अभिनन्दन की तस्वीरों का इस्तेमाल अपने कैंपेन के लिए किया था। इसके अलावा मिशन शक्ति का ऐलान भी आचार संहिता का मजाक उड़ता दिखता है।
प्रधानमंत्री का कौनसा बयान विवादों में है?
हालही मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए ऐसे बयान दिए जो आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि “कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद को जन्म दिया…और शांतिप्रिय हिंदुओं को आतंकवादी बना दिया…क्या हिंदू आतंकवाद की कोई एक भी घटना है? इस अपमान के लिए लोग कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेंगे.’’
जैसा कि खबरें हैं कि राहुल गांधी केरल के वायनाड लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे ऐसे में इस पर कमेंट करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि “कांग्रेस वहीं जाएगी, जहां अल्पसंख्यक, बहुसंख्यक हों, क्योंकि कांग्रेस हिंदुओं से डरती है”
क्या कहा योगी आदित्यनाथ ने?
गाजियाबाद में एक रैली का आयोजन हो रहा था। उसी दौरान मुख्यमंत्री योगी ने भारतीय सेना को मोदी की सेना कहकर बुलाया। इस मामले में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने जिला निर्वाचन आयुक्त से रिपोर्ट तलब की है।
कई सीनीयर पत्रकारों का मानना है कि मोदी द्वारा किए गए ये कमेंट हिन्दू मुस्लिम को आपस में बांटने वाले हैं और आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं।
अंग्रेजी के अखबार टेलिग्राम के मुताबिक वर्धा में जिस रैली को प्रधानमंत्री संबोधित कर रहे थे और जहां उन्होंने ये विवादित बयान दिए उस रैली के दौरान पीएम ने 13 बार हिन्दू शब्द का उपयोग किया। देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है।