खिलाड़ियों के लिए खुद को परखने का मौका होगा सुल्तान अजलान शाह कप, 1983 में हुआ था शुरू

Views : 3422  |  0 minutes read

23 मार्च से शुरू होने वाले 28वें सुल्तान अजलान शाह कप में भारतीय हॉकी टीम का लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है। इस टूर्नामेंट के लिए हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, सुमित, नीलकांत शर्मा, सुमित कुमार (जूनियर), गुरिंदर सिंह, सिमरनजीत सिंह और गुरजंत सिंह जैसे अन्य खिलाड़ियों के साथ एक युवा टीम चुनी है जो अपने सीनियर टीम के साथ अपने अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण के साथ जबरदस्त जोश से भरी हुई है। 23 मार्च को भारत का पहला मैच जापान के साथ होगा।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम के उप-कप्तान सुरेंदर कुमार ने कहा कि आगामी सुल्तान अजलान शाह कप युवाओं के लिए 2020 ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से पहले युवाओं के लिए खुद को आजमाने का अच्छा मौका होगा।

टीम में अपने पिछले प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ा
हॉकी टीम भारतीय खेल प्राधिकरण के शिविर में अभ्यास में जुटी है। उप-कप्तान ने कहा, इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने एफआईएच चौम्पियंस ट्रॉफी और 2018 पुरूष विश्व कप में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। हम उनसे ऐसी परिस्थितियों में नियमित रूप से दबाव झेलने के बारे में बात कर रहे हैं जब हम एक या दो गोल से पिछड़ रहे हों। उनका अच्छा प्रदर्शन हमारी टीम के लिए फायदेमंद साबित होगा जो टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के लिए अहम होगा।


टूर्नामेंट में भारत की उम्मीदें पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है लेकिन हम फाइनल के बारे में सोचकर इस टूर्नामेंट में नहीं जा रहे। हम एक एक कदम आगे बढ़ेंगे। हमारा पहला मैच जापान से है और फिर कोरिया से। अच्छी शुरूआत करना अहम है।’’

सुल्तान अजलान शाह कप का इतिहास

सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी की एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता है जो केवल पुरुष के लिए ही आयोजित होती है। इसे मलेशिया द्वारा हर वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस कप की शुरुआत वर्ष 1983 से हुई थी। यह हॉकी प्रतियोगिता प्रारम्भ में दो साल में एक बार आयोजित होती थी। लेकिन टूर्नामेंट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण इसे वर्ष 1998 से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने लगा।

इस टूर्नामेंट का नाम मलेशिया के नौवें यांग डि-पर्टुआन एगोंग (शासक) सुल्तान अजलान शाह के नाम पर रखा गया है जोकि हॉकी खेलने के बहुत शौकीन थे।

इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा ऑस्ट्रेलिया के नाम है जो अब तक (2018) 10 बार पहले स्थान पर रही है। ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे ज्यादा स्वर्ण भारत के नाम है जो 4 बार विजेता और एक बार 2010 में दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त विजेता रह चुका है।

टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन
भारतीय हॉकी टीम का सुल्तान अजलान शाह कप में प्रदर्शन अच्छा रहा है। वह 4 बार 1985, 1991, 1995, 2009 में विजेता रहा है, जबकि एक बार खराब मौसम के कारण खेल संभव नहीं होने के कारण दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त विजेता रहा है।

वहीं उपविजेता के रूप में दो बार 2008 और 2016 में रहा है। जबकि सात बार वह तीसरे स्थान पर रह चुका है।

COMMENT