‘ठंडा मतलब कोका—कोला’, ये पंचलाइन तो आपने भी जरूर सुनी होगी। एक वक्त ऐसा भी था, जब सबकी जुबान पर ये लाइन छाई हुई थी। वैसे तो कोका—कोला के कॉम्पिटीशन में आज बहुत से नए ब्रांड्स आ चुके हैं, मगर अब भी ये लोगों को पसंदीदा सॉफ्ट ड्रिंक बना हुआ है। आपको बता दें कि साल 1893 में आज ही के दिन पहली बार ‘कोका कोला’ ट्रेडमार्क का पेटेंट लिया गया था। 14 मई 1892 को कोका-कोला के लिए पेटेंट फाइल किया गया था। जिसके डिस्क्रिप्शन में लिखा गया था कि यह एक “पोषक या टॉनिक पेय” है।
31 जनवरी, 1893 को कोका कोला संयुक्त राज्य अमेरिका का एक पंजीकृत ट्रेडमार्क बन गया। बता दें कि कोका-कोला कंपनी में उत्पादन साल 1886 में शुरू हुआ था। इसे अटलांटा के एक फार्मिस्ट जॉन पेम्बर्टन ने अपने लैब में सोडा मिलाकर बनाया था। 12 मई 1886 में सबेस पहले मिसीसिपी के विक्सबर्ग में इस सॉफ्ट ड्रिंक को बिक्री के लिए उतारा गया था। जो कि आज लोगों की पसंदीदा सॉफ्ट ड्रिंक बन चुकी हैं। आइए आज हम आपको कोका कोला से जुड़ी और भी कई रोचक बातें बतातें हैं, जो आपने शायद ही कभी सुनी होगी :
— एक लाख से अधिक कर्मचारियों वाली कोका-कोला कंपनी दुनिया भर में 2.3 अरब लीटर कोल्डड्रिंक बेचती है। इसे पहली बार दिमाग को शांत करने वाले टॉनिक के तौर पर पेश किया गया था। 1903 तक इसमें कोकीन का प्रयोग भी होता था।
— कोका-कोला बनाने का फॉर्मूला अब तक लोगों के लिए एक पहेली बना हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फॉर्मूले को एक टॉप सीक्रेट की तरह जॉर्जिया के अटलांटा में मौजूद कंपनी के ऑफिस के एक लॉकर में बंद कर के रखा गया है।
— दुनिया भर में इस सॉफ्ट ड्रिंक के चाहने वाले मौजूद हैं। मगर आपको बता दें कि दो जगह ऐसी भी हैं जहां कोका-कोला नहीं खरीदा जा सकता है। ये दो देश हैं उत्तर कोरिया और क्यूबा। दरअसल ऐसा अमरीकी प्रतिबंध की वजह से हुआ है।
— कोका-कोला में इतनी अलग अलग प्रकार की ड्रिंक्स होती हैं कि अगर एक इंसान एक दिन में एक ड्रिंक पिए, तो इन सबको ट्राई करने में करीब नौ साल का समय लग जाएगा। वैसे कोका-कोला इसके वास्तविक दो इन्ग्रेडिएंट से बनता है : कोला नट्स और कोका पत्तिया।
— कोका—कोला अंतरिक्ष में जाने वाला दुनिया का पहला सॉफ्ट ड्रिंक है। कम्पनी के अनुसार कोका—कोला को सर्व करने का सबसे बेहतर तापमान 34 से 38 डिग्री फोरनहाइट है। इस तापमान पर कोका कोला पीने पर सबसे मज़ेदार लगता है।
— जॉन एस पेम्बरटन ने कोका-कोला की खोज की और उनके बुककीपर फ्रैंक रॉबिन्सन ने इसके नाम की खोज की। रॉबिन्सन की हैण्डराइटिंग भी बहुत सुंदर थी। उन्होने एक दिन यूं ही पैन से फ्री हैंड स्टाइल में कोका—कोला लिखा और वो ही इस ब्रांड का लोगों बन गया।