बॉलिवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर इन दिनों हर कहीं चर्चा में हैं और वजह है उनकी आने वाली फिल्म ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’। एक फरवरी को रिलीज हो रही इस फिल्म में सोनम पहली बार अपने पिता अनिल कपूर के साथ स्क्रीन शेयर करती नज़र आएंगीं। इसका ट्रेलर हाल ही में लॉन्च किया गया था, जिसे दर्शकों की काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। सोनम और अनिल के अलावा फिल्म में राजकुमार राव और जूही चावला भी मुख्य भूमिका में नज़र आने वाले हैं।
जैसा की आप सभी जानते हैं कि ट्रेलर की रिलीज़ के साथ ही कहा जा रहा है कि ये फिल्म प्यार की अलग परिभाषा बताएगी। वहीं ट्रेलर देखने के बाद भी ये साफ हो चुका है कि ये लड़का लड़की के प्यार की कोई आम कहानी नहीं है। दरअसल ये फिल्म सैक्सुअल रिलेशन पर आधारित है, जिसमें सोनम कपूर एक लेसबियन लड़की का किरदार निभा रही हैं। फिल्म के ज़रिये शैली चोपड़ा धर भी डायरेक्शन की दुनिया में कदम रखने जा रही हैं।
आज के दौर की अगर बात करें तो ये बॉलीवुड इंडस्ट्री और दर्शक इस तरह के कंटेंट के लिए काफी ओपन हो चुके हैं। मगर एक वक्त वो भी था जब समलैंगिक रिश्ते और एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों की तरफ गलत नज़रिया रखा जाता था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा धारा 377 पर दिए गए फैसले के बाद लोगों की सोच में काफी बदलाव आया है। हां, मगर कुछ अपवाद तो हर क्षेत्र में होते हैं, जो कभी नहीं बदल सकते।
वैसे ये पहली बार नहीं है जब बॉलीवुड में होमोसैक्सुअल कंटेंट पर आधारित फिल्म बन रही हैं। इससे पहले भी कई डायरेक्टर्स ने इन लोगों की कहानी को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। वजह चाहे खराब प्रजेंटेशन रही हो या बोरिंग कहानी, या फिर लोगों की मानसिकता, मगर होमोसैक्सुएलिटी पर आधारित कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर उतना कमाल नहीं कर पाईं।
आइए आज आपको ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताते हैं :
— Margarita with a straw (2014)
Director – Shonali Bose
Cast – Kalki Koechlin, Revathi, Sayani Gupta
साल 2014 में आई ‘मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ’ एक ऐसी लड़क की कहानी है, जिसे सेरेबल पल्सी नामक एक बीमारी होती है। कुछ समय बाद उसे अपनी क्लासमेट के साथ प्यार का एहसास होता है। फिल्म में कल्कि और सयानी के बीच कई इंटीमेट सीन फिल्माए गए थे, जिन्हें सेंसर बोर्ड ने बिना किसी कट के पास कर दिया था। भले ही ये फिल्म सुपरहिट साबित ना हुई हो, मगर इसे क्रिटिक्स की काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी।
— Bombay Talkies (2013)
Director – Karan Johar
Cast – Rani Mukherji, Randeep Hooda, Saqib Saleem
हिंदी सिनेमा के 100 साल पूरे होने के अवसर पर बनाई गई ये फिल्म भी अपने कंटेंट को लेकर काफी चर्चा में रही थी। फिल्म में अनुराग कश्यप, ज़ोया अख्तर, दिबाकर बेनर्जी और करण जोहर की चार अलग—अलग कहानियों का संगम दिखाया गया है, जिसमें से करण जोहर की कहानी ‘अजीब दास्तां है ये’ एक शादीशुदा गे आदमी की कहानी थी। फिल्म में रनदीप हुडा और साकिब सलीम के बीच एक इंटीमेट किसिंग सीन भी देखने को मिला था।
— I Am (2010)
Director – Onir
Cast – Juhi Chawla, Manisha Koirala, Rahul Bose, Nandita Das, Arjun Mathur, Pooja Gandhi, Sanjay Suri, Anurag Kashyap, Purab Kohli, Shernaz Patel, Radhika Apte, Anurag Basu, Manav Kaul, Abhimanyu Singh
मशहूर फिल्ममेकर ओनिर के निर्देशन में बनी ये फिल्म होमोसैक्सुएलिटी पर आधारित ऐसी पहली फिल्म थी, जिसने नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया था। इस फिल्म में चार कहानियां दिखाई गई हैं, जिसमें चाइल्ड एब्यूज़ से लेकर कश्मीर के कॉन्फ्लिक्ट जैसे मुद्दे दिखाए गए हैं। वहीं फिल्म में राहुल बोस का किरदार एक ऐसे गे आदमी की कहानी बताता है, जिसे अपनी सैक्सुएलिटी की वजह से हर जगह शर्मिंदा होना पड़ता है और उसके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जता है।
— My Brother Nikhil (2005)
Director – Onir
Cast – Sanjay Suri, Juhi Chawla, Victor Banerjee, Purab Kohli
साल 2005 की ये फिल्म होमोसैक्सुएलिटी और एचआईवी जैसे सेंसेटिव मुद्दे पर आधारित थी। इसमें एक स्वीमिंग चैंपियन की कहानी दिखाई गई है, जो एचआईवी से संक्रमित हो जाता है। जिसके चलते समाज में उसका बहिष्कार कर दिया जाता है। भले ही ये फिल्म उतना कमाल ना कर पाई हो, मगर इन मुद्दों को फिल्म में काफी संजीदगी से पेश किया गया है।
— Girlfriend (2004)
Director – Karan Razdan
Cast – Ishaa Koppikar, Amrita Arora, Aashish Chaudhary
ईशा कोपिकर और अमृता अरोड़ा स्टारर इस फिल्म में दो लेसबियन लड़कियों के रिलेशन की कहानी दिखाई गई थी। मगर फिल्म की स्टोरीलाइन इतनी घटिया और ऑफेंसिव थी कि ना सिर्फ कई पॉलिटिकल पार्टियों ने बल्कि गे कम्यूनिटी ने भी इस फिल्म का विरोध किया था।
— Fire (1996)
Director – Deepa Mehta
Cast – Nandita Das, Shabana Azmi
फिल्म में ननद और भाभी के बीच के प्यार के रिश्ते को दिखाया गया था। मगर इस फिल्म की कहानी भी इतनी ऑफेंसिव थी कि इस पर भी कई लोगों ने भावनाएं आहत करने का इलज़ाम लगाया था। फिल्म में एक्ट्रेस शबाना आज़मी और नंदिता दास मुख्य भूमिका में थीं।
इन फिल्मों में भी शामिल थी होमोसक्सुएलिटी :
इनके अलावा कुछ फिल्में ऐसी भी थी, जो पूरी तरह से होमोसक्सुएलिटी पर आधारित नहीं थी, मगर फिल्म के एक हिस्से में इस रिश्ते को भी महत्व दिया गया था। साल 2016 की फिल्म ‘कपूर एंड संस‘ में फवाद खान का किरदार भी एक गे कैरेक्टर था। वहींं हनीमून ट्रेवल्स, फैशन, हीरोइन और डेढ़ इश्किया जैसी फिल्मों में भी इस तरह के कंटेंट देखने को मिले हैं। वहीं पिछले साल की कॉन्ट्रोवर्शियल फिल्म ‘पद्मावत‘ में खिलजी का किरदार भी बाइसैक्सुअल था।
बता दें कि साल 2010 में आई फिल्म ‘डोंट नो वाय.. ना जाने क्यों‘ ऐसी पहली फिल्म थी जिसमें दो लड़को के बीच किसिंग सीन दिखाया गया था। वैसे ये जितनी भी फिल्मों के नाम हमने आपको बताए इनमें से ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धराशायी हुई थीं और उसकी एक खास वजह थी, होमोसैक्सुएलिटी जैसे मुद्दे के साथ पूरी तरह से न्याय ना करना। अब देखना ये होगा कि सोनम की आने वाली फिल्म कुछ अच्छा कंटेंट दर्शकों को दे पाती है या नहीं।