गणतंत्र दिवस के आते ही स्वत: लोगों के बीच देशभक्ति का ज़ज्बा जाग जाता है। गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड भी सभी देशवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहती है। कई लोग खास तौर पर इस मौके पर दिल्ली जाना पसंद करते हैं। शायद यही कारण है कि हर बार इस परेड को खास बनाने की सरकार की कोशिश रहती है ताकि आम जन की देश की संस्कृति और सेना से रूबरू करवाया जा सके। इसी कड़ी में इस बार लोगों को पहली बार एम777 और के9 वज्र देखने को मिलेगी।
बोफोर्स के आने के 30 साल बाद आर्मी ने पहली बार एम777 और के9 वज्र को प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है। गणतंत्र दिवस परेड के सेकंड इन कमांड मेजर जनरल राजपाल पुनिया के अनुसार, ‘पहली बार परेड में आर्मी अपनी नई आर्टिलरी का प्रदर्शन करेगी। पिछले साल ही अमेरिका से लाई गई एम777 ए2 अल्ट्रा लाइट होवित्सर भी इस परेड में देखने को मिलेंगी। इसके अलावा भारत में ही बनी के9 वज्र का प्रदर्शन किया जाएगा, इसका निर्माण एल एंड टी ने पीएम मोदी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत किया था।’
ये हैं विशेषताएं
गन के बारे में बात करें तो एम777 एक 155एमएम आर्टिलरी गन है, जिसकी अधिकतम रेंज 30 किलोमीटर है। यह गन अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान भी इस्तेमाल की गई थी। 2017 में भारत और अमेरिका के बीच 5000 करोड़ रुपये की लागत से 145 होवित्सर खरीद की डील हुई थी। वहीं दूसरी तरफ के9 वज्र दक्षिण कोरियाई आर्टिलरी गन है। एल एंड टी इस गन टेक्नॉलजी को दक्षिण कोरिया से लाई है। कंपनी ने 4500 करोड़ रुपये में 100 यूनिट की सप्लाई की है।
दो और डिफेंस का भी होगा पहली बार प्रदर्शन
इन गंस के अलावा आर्मी दो ऐसे प्रोजेक्ट का भी प्रदर्शन करेगी जिनका अभी ट्रायल चल रहा है। मेजर जनरल पुनिया के अनुसार, ‘डीआरडीओ के दो डिफेंस प्रॉजेक्ट मध्यम दूरी की सर्फेस टु एयर मिसाइल और अर्जुन आर्म्ड रिकवरी एंड रिपेयर व्हीकल, जिनका अभी ट्रायल चल रहा है, का भी इस परेड में पहली बार प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके अलावा सर्फेस माइन क्लीयरिंग व्हीकल का भी पहली बार प्रदर्शन होगा। राजपथ पर फ्लाईपास्ट के दौरान, एक 32 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पहली बार बायो फ्यूल से उड़ान भरेंगे। इसके अलावा नेता जी की आर्मी आईएनए का हिस्सा रहे चार व्यक्ति भी पहली बार परेड में हिस्सा लेंगे।’