सप्ताह में चार दिन काम करें लेकिन सैलरी पाएं पांच दिन की? ऐसा अगर सच होता तो कितना अच्छा होता। आपको बता दें कि दुनियाभर की कई कंपनियों ने सप्ताह में काम के दिनों में कटौती की और पाया कि इससे कर्मचारी के काम में प्रोडक्टिविटी और एफिशिएंसी काफी बढ़ जाती है।
बर्लिन स्थित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर कंपनी प्लानियो के संस्थापक जान शूलज़-होफेन ने कहा कि यह बहुत स्वस्थ है और अगर हम घंटों काम नहीं कर रहे हैं तो हम बेहतर काम करते हैं। न्यूजीलैंड में, बीमा कंपनी पर्पेक्टुअल गार्जियन ने इस वर्ष की शुरुआत में 32 घंटे एक सप्ताह काम रखने के बाद कर्मचारियों के तनाव में गिरावट देखी और काम में भी बढ़ोतरी हुई।
ब्रिटेन के ट्रेड यूनियन कांग्रेस (टीयूसी) पूरे देश को सदी के अंत तक चार दिवसीय सप्ताह में जाने के लिए दबाव डाल रहे हैं और इसके लिए एक अभियान में उन्होंने शुरू कर रखा है।
टीयूसी का तर्क है कि काम का छोटा सप्ताह कर्मचारियों को वक्त देता है और वे उस वक्त में कुछ नया तलाश कर सकते हैं।
यह कामकाजी और पारिवारिक जीवन में तनाव को कम करेगा और लिंग समानता में सुधार ला सकता है। टीयूसी के आर्थिक प्रमुख केट बेल ने आगे कहा कि जिन कंपनियों ने पहले ही ऐसी कोशिश की है उन्होंने उत्पादकता और कर्मचारियों में तनाव की कमी देखी है।
इसको लेकर कई तरह के सर्वे और परीक्षण भी किए गए हैं। जिससे पता चलता है कि वर्किंग वीक डेज को कम करने से कर्मचारी ज्यादा अच्छे से काम कर पाता है।