बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गुरूवार शाम को अचानक दिल्ली पहुंचने से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया। जनता दल युनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार अपने साथ उनके राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर को भी लाए हैं। खबरों के मुताबिक आज दिल्ली में जदयु अध्यक्ष और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच आगामी आम चुनावों के मद्देनजर सीटों को लेकर बातचीत हो सकती है। इससे पहले कुमार ने 16 सिंतबर को पार्टी की बैठक के बाद सार्वजनिक तौर पर बता दिया था कि लोकसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी सीट साझा करने का फैसला कर चुकी है।
सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अन्य दलों की सहमति मिलनी बाकी
बिहार में सीट शेयरिंग से जुड़े फॉर्मूले को लेकर अभी सीधे तौर पर जदयू के अलावा अन्य दलों ने कोई आखिरी फैसला नहीं लिया है। बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें है जिनमें से जदयू एनडीए के साथ 50—50 के अनुपात में सीटें साझा कर सकता है। इससे दोनों दल 17—17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बची 6 सीटों को रामविलास पासवान की एलजेपी और उपेंद्र कुशवाह की आरएलसीपी के बीच बांटा जाएगा, जिनमें से लोजपा 4 सीट आरएलजेपी 2 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि एनडीए के ये दोनों दल छोटे सहयोगी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है ऐसे में अभी बिहार में एनडीए के बीच अभी तक सीटों का फॉर्मूला तय नहीं हो सका है।