2018 में दिखा था चक्रवाती तूफानों का खौफनाक मंजर, सैकड़ों लोगों को गंवानी पड़ी जान

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अरब सागर में जहां एक तरफ हवा का दबाव कम हो रहा है तो दूसरी तरफ गुजरात की सांसें फूल रही है। 140-150 किमी की रफ्तार से बढ़ता चक्रवाती तूफान ‘वायु’ गुजरात की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक कल यानि 13 जून को यह गुजरात पहुंच सकता है।

सरकार ने अपनी तरफ से सारी व्यवस्थाएं कर ली है लेकिन कुदरत के जोर के आगे भला आजतक किसकी चली है। खैर, चक्रवाती तूफान जब आएगा तब उसकी भयावहता की चर्चा की जाएगी लेकिन उससे पहले हम आपको बताते हैं कि कैसे 1967 से लेकर 2019 तक 121 चक्रवाती तूफानों का मंजर भारत ने देखा है जिसमें करीब 4000 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ 343 जानें चली गई।

2018 में आए सबसे ज्यादा चक्रवाती तूफान

चक्रवाती तूफान को कुदरत का सबसे खौफनाक मंजर माना जाता है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 2018 के कुछ आंकड़े जारी किए जिसमें बताया कि पिछले साल देश ने कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया जिसमें 2057 लोगों की मौत हुई।

इसके अलावा 2017 की बात करें तो 1487 लोगों और 41,965 मवेशियों को जान से हाथ धोना पड़ा। चक्रवाती तूफानों के लिए साल 2018 सबसे खतरनाक साबित हुआ जहां सबसे ज्यादा 7 तूफान आए।

उत्तरी हिंद महासागर में आते हैं 7% चक्रवाती तूफान

क्या आपको पता है पूरी दुनिया में आने वाले चक्रवाती तूफानों में से उत्तरी हिंद महासागर में महज 7% तूफान आते हैं। किसी भी तूफान को खतरनाक बनाने के लिए उसकी ऊंची लहरें जिम्मेदार होती है।

अरब सागर में आते हैं सबसे कम तूफान

तूफान किसी भी एरिया के तापमान पर निर्भर करता है। जैसे बंगाल की खाड़ी में तूफान आते हैं लेकिन अरब सागर में बहुत कम तूफान आते हैं क्योंकि यह ठंडा है।

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