राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित सपोटरा कस्बे में एक मगरमच्छ ने चंबल नदी के किनारे खेल रहे 12 वर्षीय लड़के को उठा ले गया। लड़के के शव को 22 घंटे बाद नदी में खोजी दल द्वारा ढूंढा जा सका। जानकारी के अनुसार करौली जिले के सपोटरा में गुरूवार को 12 साल के बालक अवधेष चंबल नदी किनारे अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था जिसके बाद वो नदी में नहाने उतर गया। थोड़ी ही देर में नदी से एक मगरमच्छ बाहर आया और अपने जबड़ों में अवधेष को दबाकर निकल गया। आसपास ही मौजूद अवधेष के दोस्तों ने उसके चिल्लाने की आवाज सुनी और उसकी तरफ दौड़े भी लेकिन अवधेष मगरमच्छ के जबड़ों से निकल ही नहीं पाया। उसके दोस्तों ने ग्रामीणों को सूचना दी जिसके बाद नदी के दूसरी तरफ स्थित मध्यप्रदेश के सबलगढ़ से तहसीलदार और पुलिस मौके पर पहुंचे और अवधेष की खोजबीन शुरू की जा सकी।
खोजी दल की एक टीम गुरूवार को करीब 6 घंटे तक नदी में नाव और ट्यूब के सहारे अवधेष को खोजती रही लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। शुक्रवार सवेरे एक बार फिर से नदी में खोज अभियान शुरू किया गया और हादसे के 22 घंटे बाद अवधेष का शव नदी में तैरता हुआ दिखाई दिया। शव को पानी से निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। हादसे के बाद ग्रामीणों में आदमखोर मगरमच्छ का डर बना हुआ है।
अभी कुछ ही दिनों पहले रणथंभौर से एक टाइगर विचरण करता हुआ इसी इलाके में देखा गया था। इससे पहले भी यहां पर मगरमच्छों द्वारा ग्रामीणों पर काफी बार हमले हुए हैं। ग्रामीणों द्वारा नदी में से मछलियों के निकाले जाने से मगरमच्छों को खाने के लिए पानी में कुछ नहीं मिलता है ऐसे में वो दूसरे जानवरों को अपना शिकार बनाने नदी के किनारे आ जाते हैं।
बहुत खतरनाक होते हैं चंबल के मगरमच्छ
राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में बहने वाली चंबल नदी में मगरमच्छ और घड़ियालों की भरमार है। इस कारण प्रशासन लोगों को इस नदी के करीब नहीं जाने की सलाह देते हैं।
ये नदी एमपी के महू जिले से निकलकर राजस्थान के कोटा जिले से बहती हुई फिर एमपी में आती है और अंत में उत्तर प्रदेश में यमुना नदी से मिल जाती है। धौलपुर जिले में घड़ियालों के लिए संरक्षण केंद्र भी बना हुआ है।