वो कहते हैं ना कि ‘ए फैमिली दैट इट्स टूगेदर स्टेज़ टूगेदर’। मगर आज की इस भागती जिंदगी में किस के पास इतना समय है कि एक—दूसरे का इंतज़ार करेंं। एक समय था जब परिवार के सभी सदस्य एक साथ एक ही डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खाते थे और ढ़ेर सारी बाते किया करते थे, लेकिन अब बदलते वक्त के साथ लोगों की सोच और रहने का ढंग भी बदलता जा रहा है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि फैमिली डिनर क्यों जरूरी है?
हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि अकेले खाना खाने वालों की तुलना में फैमिली के साथ डिनर करने वाले टीनएजर्स और अडल्ट्स की खाने की हैबिट ज्यादा सेहतमंद होती है। इसके अलावा शोध में ये भी पाया गया कि जो लोग फैमिली के साथ बैठकर खना खाते हैं, उनमें ज्यादा फ्रूट्स और सब्जियां खाने की क्षमता भी पाई जाती है।
ऐसा भी कहा जाता है कि फैमिली डिनर करने से खाने की हैबिट को भी इम्प्रूव किया जा सकता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण फैमिली फंक्शन है क्योंकि फैमिली डिनर टाइम ही ऐसा समय होता है जब परिवार के सभी सदस्य दिनभर के काम के बाद खाली होते हैं। ऐसे में एकसाथ समय बिताना बहुत जरूरी होता है। इससे कई समस्याओं का हल भी निकल जाता है।
इन दिनों सिर्फ बच्चों में ही नहीं बल्कि फैमिली के सीनियर मैम्बर्स भी गैजेट्स के प्रति काफी अडिक्टेड हो चुके हैं और ये फैमिली टाइम को अवॉइड करने की सबसे बड़ी वजह हो सकती है। अक्सर लोग खाते वक्त लोग डाइनिंग टेबल पर फैमिली से बात करने की बजाय टीवी देखना या सोशल मीडिया को फॉलो करना ज्यादा पसंद करते हैं। जो कि फैमिली के सभी सदस्यों में एक—दूसरे को लेकर आई दूरी और असहजता का एक कारण बन सकता है।
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