हलचल

क्या है मोस्ट फेवर्ड नेशन टैग जो पुलवामा अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान से छीन लिया है

पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 37 CRPF जवानों के मारे जाने के ठीक एक दिन बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान से “मोस्ट फेवर्ड नेशन” या MFN का दर्जा वापस ले लिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली का हमले के बाद साफतौर पर कहना है कि भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

क्या होता है मोस्ट फेवर्ड नेशन ?

विश्व व्यापार संगठन के सभी साझेदार आपस में देशों के बीच गैर-भेदभावपूर्ण कारोबार को सुनिश्चित करने के लिए किसी एक अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस पार्टनर को सबसे पसंदीदा राष्ट्र का दर्जा देते हैं। उसी को एमएफएन यानि मोस्ट फेवर्ड नेशन, यानी जिस देश को बिजनेस मामलों में सबसे ज्यादा तरजीह दी जाएगी। एमएफएन का दर्जा जिस देश को मिल जाता है उस देश को व्यापार करने में हर तरह की सहूलियत दी जाएगी। आसान शब्दों में कहें तो एमएफएन एक गैर-भेदभावपूर्ण कारोबार नीति है।

अब जैसे इतने दिन भारत ने पाकिस्तान को MFN का दर्जा दे रखा था जिसका मतलब था कि भारत, पाकिस्तान को कारोबार समझौतों में हर तरह के विशेषाधिकार और सुरक्षा प्रदान करता था।

क्या होता है MFN का टैग मिलने से ?

हम पहले यह बता चुके हैं कि MFN मिलने के बाद उस देश को कारोबारी मामलों में तरजीह दी जाती है जिसका मतलब यह भी है कि उस देश को आयात-निर्यात में लगने वाले चार्ज में छूट मिलती है।

इसके साथ ही MFN की कंडीशन लगने के बाद दो या दो से अधिक देशों के बीच फ्री बिजनेस को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। आपको बता दें कि पाकिस्तान और भारत के बीच सालों से सीमेंट, चीनी, ऑर्गेनिक केमिकल, रुई, सब्जियों और कुछ चुनिंद फलों के अलावा मिनरल ऑयल, ड्राई फ्रूट्स, स्टील जैसी वस्तुओं का कारोबार किया जाता रहा है।

भारत ने पाकिस्तान को MFN का दर्जा कब दिया?

भारत ने डब्ल्यूटीओ के बनने के ठीक एक साल बाद 1996 में पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा दिया था। दूसरी ओर, पाकिस्तान की तरफ से अभी तक भारत को एमएफएन का दर्जा देना बाकी है। भारत को एमएफएन का दर्जा नहीं देने के पाकिस्तान के कदम के पीछे का कारण सालों पुराना जड़ित अविश्वास और युद्ध है।

क्या होगा इसका असर ?

पाकिस्तान पिछले काफी लंबे समय से आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है ऐसे में भारत से यह झटका मिलने के बाद पाकिस्तान को एक बड़ी आर्थिक चोट लग सकती है। हालांकि कुछ जानकारों का यह भी मानना है कि पाकिस्तान अब अपनी तरफ से भारत के साथ व्यापार करना भी रोक सकता है।

गौरतलब है कि सीआरपीएफ के काफिले पर कल हुए हमले, जिसमें 37 से ज्यादा सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए, जिससे भारत को पाकिस्तान को दिए गए एमएफएन के दर्जे को हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं एमएफएन टैग हटने के बाद माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच अवैध कारोबार बढ़ सकता है।

sweta pachori

Leave a Comment

Recent Posts

रोहित शर्मा ने कप्‍तान हार्दिक पांड्या को बाउंड्री पर दौड़ाया।

रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्‍तान हार्दिक पांड्या…

8 months ago

राजनाथ सिंह ने अग्निवीर स्कीम को लेकर दिया संकेत, सरकार लेगी बड़ा फैसला

अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…

8 months ago

सुप्रीम कोर्ट का CAA पर रोक लगाने से इनकार, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…

8 months ago

प्रशांत किशोर ने कि लोकसभा चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…

8 months ago

सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, PM मोदी बोले – आपका स्वागत है….

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…

9 months ago

कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने थामा भाजपा दामन, संदेशखाली पर बोले – महिलाओं के साथ बुरा हुआ है…

कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…

9 months ago