वक़्त के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में हुए सराहनीय शोध कार्यों से कई बीमारियों का ईलाज संभव हो पाया है। मेडिकल रिसर्च में मिली कामयाबी की बदौलत आज त्वचा और मसल्स को बढ़ती उम्र के साथ भी जवां रखा जा सकता है। कुछ साल पहले तक लोग सुंदर दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी का सहारा लिया करते थे। लेकिन अब उम्र छिपाने के लिए लोग किफ़ायती बोटॉक्स टेक्निक का सहारा ले रहे हैं। अब लोग बढ़ती उम्र के साथ भी खुद को सुंदर दिखाना चाहते हैं। इसके लिए वे कई नई चिकित्सा तकनीकों की मदद ले रहे हैं। इन्हीं में से एक है बोटॉक्स। आइए जानते हैं क्या बोटॉक्स और ख़ूबसूरत बनाने में यह कितना कारगर है..
बोटॉक्स एक प्रकार का प्रोटीन होता है। यह क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम से बनाया जाता है। बोटॉक्स का प्रयोग मसल्स और त्वचा की ख़ूबसूरती को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा यह झुर्रियां जल्दी आने से रोकने और लोगों को जवां रखने में मदद करता है। 20 साल से अधिक के उम्र के लोग इसका उपचार ले सकते हैं। समय से पहले या बढ़ती उम्र के कारण चेहरे पर झुर्रियां आने लगे तो उसके लिए बोटॉक्स एक अच्छा उपचार है। इसके अलावा बोटॉक्स का प्रयोग कई प्रकार के अन्य रोगों के उपचार में भी किया जाता है।
बोटॉक्स उपचार को चिकित्सकीय रुप से कॉस्मेटिक उपचारों में भी एक सुरक्षित उपचार माना जाता है। बोटॉक्स के काम करने का तरीका पूरी तरह से वैज्ञानिक पद्धति से जुड़ा हुआ है। इसकी एक छोटी मात्रा इंजेक्शन के जरिए मांसपेशियों में डाली जाती है। बोटोक्स इंजेक्शन का दर्द किसी भी अन्य सामान्य इंजेक्शन की तरह ही होता है। अच्छी बात यह है कि बोटॉक्स शॉट के बाद किसी दर्द निवारक की आवश्यकता नहीं होती है। साथ ही व्यक्ति अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस जा सकते हैं। उपचार से पहले उस हिस्से में सुन्न जेल लगाया जाता है। उपचार के बाद आगे आइस पैक इंजेक्शन पिन के चुभन दर्द को दूर करने में मदद करता है।
बोटोक्स उपचार चेहरे के लुक को बदलने के बजाय बढ़ाने का काम करता है। उपचार से चेहरे के भावों में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है। बोटॉक्स उन मांसपेशियों को आराम देता है जहां इसे इंजेक्ट किया जाता है। यह संवेदी तंत्रिकाओं को प्रभावित नहीं करता है, इसलिए इंजेक्शन वाले क्षेत्र में किसी भी प्रकार की असामान्य हलचल नहीं होती है। हां जब उपचार में बोटॉक्स का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है तो उपचारित क्षेत्र सूजा हुआ या कड़ा दिख सकता है। किसी अनुभवी पेशेवर द्वारा ठीक से किया गया बोटॉक्स उपचार, चेहरे को लिफ्ट देने के लिए त्वचा को शिकन मुक्त, नरम और जवां बनाने का काम करता है।
बोटॉक्स इंजेक्शन लगवाने पर यह यह लगभग तीन से छह महीने तक काम करता है। इसके बाद उस त्वचा क्षेत्र का पुन: उपचार किया जा सकता है। बशर्ते किसी प्रकार का साइड इफेक्ट या प्रतिक्रिया नहीं हुई हो। बॉटोक्स उपचार एक स्थायी उपचार नहीं है। इसका असर खत्म होने के बाद झुर्रियां फिर से दिखने लगती हैं। अगर इसका उपचार बीच में रोक दिया जाता है तो भी त्वचा पहले से अधिक झुर्रिदार नहीं होती है। स्किन क्रीम बोटॉक्स की तरह काम नहीं करती है। क्योंकि ये क्रीम त्वचा के नीचे नहीं जा पाती है। बोटॉक्स उपचार के जरिए ही झुर्रियां एक निश्चित समय के लिए दूर की जाती है। यह त्वचा को ख़ूबसूरत बनाने में सक्षम होता है।
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प्लास्टिक सर्जरी का परिणाम स्थायी होता है उसके लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना होता है। जबकि बोटॉक्स अस्थायी होता है। बोटॉक्स उपचार प्लास्टिक सर्जरी के मुकाबले बहुत सस्ता है। इसका एक सत्र 6 हजार रुपए से लेकर 15,000 रुपये तक हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसे किस हिस्से में किया जा रहा है। इसका प्रभाव लगभग 3-6 महीनों तक रहता है। इसलिए प्रतिमाह के हिसाब से इसकी लागत बहुत अधिक नहीं आती है।
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