‘मैं जिंदगी को उसी के गेम में हराती रही। अभी आप मुझे बुजुर्ग और बदसूरत देख रहे हैं, जबकि पहले आपने मुझे जवान और बदसूरत देखा होगा।’ ये लाइनें पढ़कर आपको अंदाजा…
बीसवीं शताब्दी के ‘तानसेन’माने जाते थे उस्ताद बड़े गुलाम अली खान, पंडित नेहरू से रहे अच्छे संबंध
शास्त्रीय म्यूजिक इतिहास की हम सभी को एक अनोखी देन है। कई संगीतकार हुए जो इसको पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाने चले गए और आज भी लोगों के दिलों में ये जिंदा…
बर्थडे: सबसे कम उम्र में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित होने वाली शख्सियत हैं सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस सोमवार को अपना 50वां जन्मदिन मनाएंगे। सचिन का पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर हैं। उनका जन्म 24 अप्रैल, 1973 को मुंबई के दादर में एक राजापुर सारस्वत…
तीजन बाई नाना की सुनाई कहानियों को गाकर बन गई मशहूर पंडवानी लोक गायिका
‘पद्म विभूषण’ पुरस्कार से सम्मानित मशहूर लोक गायिका डॉ. तीजन बाई का 24 अप्रैल को 67वां जन्मदिन है। एक छोटे गांव से निकलकर ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित होने वाली इस लोक गायिका…
महान फिल्म निर्देशक सत्यजीत रे ने ऑस्कर सहित जीते थे 32 राष्ट्रीय पुरस्कार
जब भी भारतीय फिल्मी दुनिया का जिक्र किया जाता है तो देश के सबसे महान फिल्मकार सत्यजीत रे का नाम जरूर आता है। एक चित्रकार के तौर पर अपना सफर शुरू करने…
अपनी पहली ही फिल्म से बॉलीवुड में पहचान बनाने में कामयाब रहे थे बी. आर. चोपड़ा
बॉलीवुड में एक दौर वो था जब फिल्में बेहतरीन निर्देशन और दमदार अभिनय के कारण सफलता के झंडें गाढ़ती थी। ब्लैक एंड व्हाइट के उस दौर में कई ऐसे दिग्गज निर्माता-निर्देशक हुए,…
व्लादिमीर लेनिन: वो रूसी क्रांति नायक जिसे भगत सिंह भी मानते थे अपना आदर्श
वो विश्व नेता जिसकी विचारधारा ने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया, वो एक नेता जो विदेशी होने के बावजूद भारत की जनता की पीड़ा समझता था। जी हां, हम…
बर्थ एनिवर्सरी: एडोल्फ हिटलर ने नफ़रत की वजह से 60 लाख यहूदियों की करा दी थी हत्या
इतिहास के पन्नों पर दुनिया के कई लीडर्स का नाम विशेष रूप से दर्ज हैं, जिन्होंने अपने काम से उन पन्नों पर जगह बनाईं। हालांकि वो काम अच्छे हों, ये जरूरी नहीं।…
महान वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन ने कभी नहीं कहा… ‘पहले बंदर थे इंसान’
‘इंसान के पूर्वज बंदर थे’.. बचपन में साइंस की क्लास में हमने यह लाइन जरूर सुनी होगी और इस लाइन का जिक्र करते ही एक ही नाम जेहन में आता है वो…
बारीन्द्र कुमार घोष ने आजादी में अपने क्रांतिकारी विचारों व पत्रकारिता से दिया था अहम योगदान
देश के महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार बारीन्द्र कुमार घोष की 18 अप्रैल को 64वीं पुण्यतिथि है। वह ‘बारिन घोष’ के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने बंगाल में आजादी की लड़ाई के…
ललिता पवार को एक हादसे के बाद बतौर लीड एक्ट्रेस काम मिलना हो गया था बंद
एक अभिनेत्री के रूप में दिग्गज अदाकारा ललिता पवार ने अपने फिल्मी करियर के सात दशकों में अविश्वसनीय भूमिकाएं निभाईं। इस दौरान उन्होंने करीब 700 फिल्मों में काम किया था। ललिता ने…
जयपुर में बरसों बाद जन्मा था वारिस, राजपरिवार कल्चर के आखिरी राजा थे ब्रिगेडियर भवानी सिंह
राजघराने के अंतिम महाराजा रहे ब्रिगेडियर सवाई भवानी सिंह की 17 अप्रैल को 12वीं पुण्यतिथि है। उनका निधन साल 2011 में गुडगांव के एक अस्पताल में हुआ। सवाई भवानी सिंह जयपुर के…