आधुनिक जीवन शैली में कई बार छोटी—छोटी बीमारियां (सिरदर्द, पेट दर्द, जुकाम, बुखार और खांसी) हमें अक्सर परेशान करती हैं और हम उनसे निजात पाने के लिए अंग्रेजी दवाइयां लेते हैं या डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। पर सोचो पुराने जमाने में आधुनिक चिकित्सा सुविधा नहीं थी, तब लोग इन बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए क्या करते होंगे।
प्राचीनकालीन भारत में आयुर्वेद के घरेलू नुस्खे काफी प्रसिद्ध रहे हैं जिनका उपयोग करके उस जमाने में लोग छोटी बीमारियों का इलाज खुद ही कर लिया करते थे। इनको अपनाने का एक बड़ा कारण था कि ये नुस्खे हमारी रसोई में हर समय उपलब्ध रहते हैं क्योंकि इनमें से आधे से अधिक तो सब्जियों में काम लिए जाते हैं।
तो आइए जानते हैं इन घरेलू नुस्खों से हम कैसे बीमारियों में लाभ ले सकते हैं —
देसी घी में बनी जलेबी है सिरदर्द में लाभदायक
कई लोग अपने सिर के दर्द को लेकर परेशान रहते हैं, कई बार डॉक्टर से दवा लेने के बाद भी आराम नहीं पड़ता है। ऐसे में देसी घी में बनी हुई 3—5 जलेबी एक गिलास दूध के साथ खाना काफी लाभदायक रहता है और इससे सिर दर्द में लाभ मिलता है।
गाय के दूध के साथ एक चम्मच बादाम रोगन यानि बादाम का तेल लेने से भी सिर दर्द में फायदा मिलता है।
नीम व तुलसी के पत्ते खाने से होता है लाभ
नीम के पत्ते और तुलसीदल हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है इन्हें सुबह भूखे पेट खाना काफी फायदेमंद होता है। ये दोनों ही डायबिटीज को नियंत्रित करते हैं, साथ ही खून को शुद्ध बनाए रखने में सहायक होते हैं।
गिलोय की पत्तियां हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। इसका काढ़ा पीने से जोड़ों का दर्द, सर्दी, जुकाम, कफ, बुखार आदि के लिए फायदेमंद होता है और इन बीमारियों से हमें बचाता भी है।
गिलोय के सेवन से मोटापा और शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। यह हमारे खून के प्लेटलेट्स को बढ़ाता है।
ऐलोवेरा जूस (ग्वारपाठे का रस)
आज के समय में पेट आए दिन खराब रहता है ऐसे में एलोवेरा का जूस सुबह गर्म पानी में पीने से पेट साफ होता है। इसमें थोड़ा सा आवंला जूस मिलाकर पीने से एनर्जी मिलती है, जो बाल और आंखों के लिए भी अच्छा होता है।
एलोवेरा का जूस एसिडिटी में भी फायदा करता है।
अदरक के रस और शहद को साथ लेने पर खांसी में काफी राहत मिलती है।
एक छोटा चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबाले, जब वह आधे से कम रह जाए तब छानकर पीने से पेट में बनने वाली गैस में काफी लाभदायक होती है।
यदि किसी महिला के मासिक चक्र में अनियमित होने से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए प्याज और गुड़ का सूप बनाकर पीएं, इससे मासिक धर्म नियमित हो जाएगा। इसके अलावा इसमें गाजर का जूस मिलाकर पीना भी फायदेमंद होता है।
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