हम में से ज्यादातर लोगों ने 200-300 रुपये से अधिक महंगे किसी फल का नाम नहीं सुना होगा। लेकिन एक फल ऐसा है जिसकी कीमत गरीब, मध्यमवर्गीय और यहां तक की कुछ अमीर परिवारों के लिए भी चौंकाने वाली है। इस एक फल की कीमत हमारी सोच से कई सौ गुना तक महंगी है। एक गरीब और मध्यमवर्गीय व्यक्ति 90 हजार रुपये में कई सपने पूरे कर सकता है। लेकिन एक फल ऐसा है इस दुनिया में जिसकी कीमत 90 हजार ($1,300) से भी ज्यादा है। आज हम आपको इस महंगे डूरियन फ्रूट के बारे में बताने जा रहे हैं..
दुनिया के सबसे महंगे फलों में से एक और कटहल की तरह दिखने वाले इस फ्रूट का नाम डुरियन है। यह ऊपर से तो कटहल जैसा है लेकिन अंदर से पीले रंग का होता है। बताया जाता है कि इस फल का टेस्ट मूंगफली के मक्खन यानी पिनट बटर जैसा होता है। डूरियन फ्रूट कई पेड़ों की प्रजातियों की सम्मिलित प्रजाति है, जो डूरियो कैटेगरी में आते हैं। इसके अंतर्गत आने वाली नस्लों में सबसे जानी-मानी नस्ल डुरियो ज़िबेथिनस है। इसे डूरियन कहा जाता है। द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, डुरियन फ्रूट इंडोनेशिया में 71,145 रुपए यानि करीब 1,000 डॉलर का बिक रहा है। यह फ्रूट इंडोनेशिया के वेस्ट जावा के शॉपिंग सेंटर में बेचा जा रहा है।
इंडोनेशिया में पैदा होने वाले इस फ्रूट की कीमत इतनी ज्यादा होने की वजह है कि यह J-Queen पेड़ पर पैदा होता है। दरअसल, इस पेड़ पर तीन साल में एक बार फल पैदा होते हैं। वहां केवल एक ही जे-क्वीन पेड़ बताया जाता है, जिसे पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इंडोनेशियन मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, मॉल में इस बार अब तक दो डुरियन फ्रूट बेचे भी जा चुके हैं। यहां इस फ्रूट को वेस्ट जावा के तसिकमलाया शॉपिंग सेंटर में बेचा जा रहा है। मॉल के एक मार्केट में बॉक्स में रखे हर एक डूरियन फ्रूट पर इसकी कीमत का टैग भी लगा है। टैग में इसकी कीमत 14m rupiah लिखी गई है। गौर करने वाली बात यह है कि इंडोनेशिया में एक महीने का घर का किराया तकरीबन 3.94m rupiah तक ही होता है। जबकि इस फ्रूट की कीमत इससे भी करीब चार गुना है।
इस J-Queen पेड़ की किस्म तैयार करने का श्रेय 32 वर्षीय इंडोनेशियन साइकॉलॉजी मेजर अका को दिया जाता है। अका दावा करते हुए कहते हैं कि उसने कई इंडोनेशियन डुरियन की प्रजातियों को मिलाकर इसे तैयार किया है। अका ने एक इंडोनेशियन वेबसाइट ट्रिब्यून न्यूज को बताया था कि डुरियन की इस प्रजाति को इंप्रूव करने के पीछे उनका मकसद उन किसानों को फायदा पहुंचाना जिन्होंने, कई तरह के सुपीरियर डुरियन्स को क्रिएट किया।
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उल्लेखनीय है कि तीन साल में एक बार आने वाले इस डुरियन फ्रूट के बिकने की खबर काफी चर्चा में है। वहां एक शॉपिंग सेंटर में बेचने के लिए रखे गए इस डुरियन फ्रूट के साथ स्थानीय नागरिक तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।
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