महाश्वेता देवी ने पूरी जिंदगी स्त्री अधिकारों, दलित-आदिवासियों के हितों के लिए किया था संघर्ष अपनी व्यस्तताएँ, बाहर खूँटी पर ही टाँग आना। जूतों संग हर नकारात्मकता उतार आना…! बाहर…