‘कोई समझे तो एक बात कहूँ’… जयंती के मौके पर पढ़िए फ़िराक़ गोरखपुरी की चुनिंदा शायरी उर्दू भाषा के मशहूर शायरों में से एक फ़िराक़ गोरखपुरी साहब को भला कौन नहीं…