Srikanth Kidambi made a career in badminton after seeing his brother playing.
भारतीय बैडमिंटन के प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल श्रीकांत किदांबी आज 7 फरवरी को अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह अप्रैल, 2018 में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पुरुष एकल बैडमिंटन खिलाड़ी बने थे। किदांबी वर्तमान में गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी, हैदराबाद में प्रशिक्षण देते हैं। बैडमिंटन स्टार श्रीकांत किदांबी को वर्ष 2015 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ और वर्ष 2018 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया। वह पहले भारतीय हैं जिन्होंने ‘सुपर सीरीज प्रीमियर’ का खिताब जीता। इस खास अवसर पर जानिए उनके जीवन के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
श्रीकांत किदांबी का जन्म 7 फरवरी, 1993 में आंध्रप्रदेश के रवुलापलेम में हुआ था। इनके पिता केवीएस कृष्णा, जो एक जमींदार थे। माता का नाम राधा है, जो एक गृहिणी है। इनके बड़े भाई नन्द गोपाल भी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
श्रीकांत किदांबी ने भी अपने भाई की तरह अपना करियर बैडमिंटन को चुना। वर्ष 2011 में ‘कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स’ में भाग लिया। उन्होंने इसमें मिक्स्ड डबल में रजत पदक और डबल में कांस्य पदक हासिल हुआ। वर्ष 2013 में थाईलैंड ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड इवेंट में विश्व के आठवे स्थान के खिलाड़ी बून्सक पोंसना को हरा कर ‘मेन्स सिंगल टाइटल’ का खिताब अपने नाम किया। किदांबी ने वर्ष 2020 में दिल्ली में हुई आल इंडिया सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में परुपल्ली कश्यप को हरा कर ‘फर्स्ट सीनियर नेशनल’ का खिताब जीता।
वर्ष 2014 में श्रीकांत किदांबी के लिए काफी भाग्यशाली रहा। इस साल नवम्बर के महीने में आयोजित ‘चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ के फाइनल में उन्होंने पांच बार से विश्व चैंपियन और दो बार के ओलंपिक चैम्पियन लीन डैन को स्ट्रैट सेट (21-19 21-17) से हरा कर सुपर सीरीज प्रीमियर मेन का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने। इसके बाद उन्होंने हांगकांग ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंचे। वह भारत के पहले खिलाड़ी बने, जिन्होंने ‘स्विस ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड’ इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया।
वह एशियाई गेम्स में श्रीकांत किदांबी को दो गोल्ड मैडल प्राप्त हुए। इन दो गोल्ड मैडल में एक मेन’स सिंगल और एक मेन’स टीम के लिए था। श्रीकांत किदम्बी और साईं प्रणीत ने मिलकर एक बैडमिंटन रैंकिंग इवेंट में एक साथ फाइनल में पहुँच कर इतिहास कायम किया। ग़ौरतलब ये है कि दोनों हैदराबाद से हैं और दोनों के कोच पी गोपीचंद रह चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ओपन में शामिल हो कर लगातार तीन सुपर सीरीज इवेंट में शामिल होने का रिकॉर्ड बनाया।
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