एक अध्ययन के अनुसार, कम मात्रा में कैनेबिस का उपयोग करने से भी किशोरों के मस्तिष्क की मात्रा में परिवर्तन हो सकता है।
द जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित अध्ययन में पता चला है कि किशोरों के मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में ग्रे पदार्थ की मात्रा में वृद्धि कम मेरिजुआना के उपभोग से भी हो सकता है।
रिसर्च के लिए शोधकर्ताओं ने ज्यादा मेरिजुआना का उपयोग करने वाले और इससे दूर रहने वाले लोगों के बीच के अंतर का अध्ययन किया।
और अध्ययन में सामने आया कि थोड़ा भी मेरिजुआना का सेवन इस वयस्कों के दिमाग में ग्रे पदार्थ की बढ़ोतरी से जुड़ा हुआ है।
अध्ययन में 46 बच्चे शामिल थे जिन्होंने 14 साल की उम्र में एक या दो बार कैनेबिस का उपयोग किया था। जिन बच्चों ने इसका उपयोग नहीं किया, उनकी तुलना में इन बच्चों के दिमाग में ग्रे पदार्थ की मात्रा काफी ज्यादा दिखाई दी।
ग्रे मैटर में सबसे बड़ा अंतर अमिगडाला में था जो भय और अन्य भावनाओं से संबंधित प्रक्रियाओं में शामिल है। इससे हिप्पोकैम्पस में स्मृति विकास रूक सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि आप सिर्फ एक या दो डोज के साथ अपने मस्तिष्क को बदल रहे हैं। ज्यादातर लोग यह मानेंगे कि एक या दो डोज का मस्तिष्क पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
हालांकि, शोधकर्ताओं ने कहा कि मस्तिष्क की मात्रा बढ़ने का मतलब क्या है यह स्पष्ट नहीं है। आमतौर पर उस उम्र में किशोर मस्तिष्क एक “प्रूनिंग” प्रक्रिया से गुजरता है जहां वह अपने सिनैप्टिक कनेक्शन को रीफाइन करने की बजाय वह मोटा हो जाता है।-
रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्तान हार्दिक पांड्या…
अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…
कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…
Leave a Comment