ब्रिटेन के मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फेरबदल किया है और पाकिस्तानी मूल के वित्त मंत्री साजिद जाविद के इस्तीफे के बाद उनके स्थान पर भारतीय मूल के ऋषि सुनक को यह जिम्मेदारी सौंपी हैं। बता दें 39 वर्षीय सुनक जानी-मानी कंपनी इंफोसिस के सह—संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उन्हें वित्त मंत्री पद की जिम्मेदारी 13 फरवरी को सौंपी गई।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘महारानी (एलिजाबेथ द्वितीय) ऋषि सुनक को नया वित्त मंत्री बनाए जाने को मंजूरी देकर उत्साहित हैं।’ वह पहली बार 2015 में सांसद बने थे और उसके बाद उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी में तेजी से उभरा।
पीएम जॉनसन के मंत्रिमंडल में तीन भारतीय मूल के सांसदों को बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई है। वित्त मंत्री सुनक के अलावा दो अन्य मंत्री- प्रीति पटेल और आलोक शर्मा भी बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में हैं। जॉनसन ने पिछले साल ही 47 वर्षीया प्रीति पटेल को गृह मंत्री बनाया था। वहीं आगरा में जन्मे 51 वर्षीय आलोक शर्मा को नए मंत्रिमंडल में व्यवसाय मामलों का मंत्री (बिज़नेस सेक्रेटरी) बनाया गया है।
ब्रिटेन में पिछले साल दिसंबर में हुए आम चुनाव में भारतीय मूल के 15 सांसदों ने जीत दर्ज की थी। इन चुनावों में जॉनसन के नेतृत्व में कंजरवेटिव पार्टी भारी कामयाबी के साथ दोबारा सत्ता में आई है।
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई, 1980 को ब्रिटेन के हैम्पशायर में साउथहेम्पटन में हुआ। उनके पिता यशवीर और माता उषा सनक थे। उनके पिता चिकित्सक और माता एक फार्मासिस्ट थीं। वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके दादा-दादी पंजाब, भारत में पैदा हुए थे और 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन आकर बस गए।
सुनक ने प्रारंभिक एजुकेशन प्राइवेट स्कूल विंचेस्टर कॉलेज में हुई, जो एक बोर्डिंग स्कूल था। इसके बाद सुनक ने वर्ष 2001 में ऑक्सफोर्ड से फिलोस्फी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स में उच्च शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 2006 में उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है।
ब्रिटेन की राजनीति में कदम रखने से पहले ऋषि सुनक ने अपने कॅरियर में इनवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैशे के लिए कार्य किया। फिर एक निवेश फर्म भी शुरू की थी। उनकी शादी इन्फोसिस के सह—संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई। ऋषि सुनक की दो बेटियां भी हैं।
ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की राजनीति में भाग्य आजमाया। वह अक्टूबर, 2014 में रिचमंड (यॉर्क) से कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुना। वर्ष 2015 के आम चुनावों में वह वहां से सांसद चुने गए। इस दौरान वह वर्ष 2015-2017 में पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों की चयन समिति के सदस्य रहे।
उन्होंने जून, 2016 के सदस्यता जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ (ईयू) को छोड़कर ब्रिटेन का समर्थन किया। वर्ष 2017 के आम चुनाव में सुनक को फिर से सांसद के रूप में चुना गया। वह जनवरी 2018 और जुलाई 2019 के बीच स्थानीय सरकार के लिए संसदीय अवर सचिव थे।
सनक ने तत्कालीन प्रधान मंत्री थेरेसा मे की ब्रेक्सिट वापसी समझौते के लिए मतदान किया और किसी भी वापसी समझौते पर जनमत संग्रह के खिलाफ मतदान किया। वह पिछले साल दिसंबर में हुए आम चुनावों में रिचमंड सीट से सांसद चुने गए। ऋषि सुनक ब्रिटेन में ऐसे महत्वपूर्ण पद पर पहुंचने वाले भारतीय मूल के पहले सांसद हैं।
रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्तान हार्दिक पांड्या…
अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…
कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…
Leave a Comment