हलचल

रेट होल माइनिंग: क्या हादसा हुआ मेघालय में, क्यों 15 मजदूरों का भविष्य हम बचा नहीं सके?

जून 2018 में, जब एक फुटबॉल टीम के 13 स्कूली लड़के थाईलैंड की एक गुफा में फंसे हुए थे तो पूरी दुनिया ने उनके बाहर आने का इंतजार किया। आप सोच रहे होंगे कि ये क्यों बताया जा रहा है।
13 दिसंबर को मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में 15 खनिज मजदूर एक बाढ़ग्रस्त “रेट होल” में फंस गए थे और उनको अभी तक बाहर नहीं निकाला गया है।

अभी भी बचाव दल 370 फीट के कोयले गड्ढे के अंदर बढ़ते जल स्तर के कारण तक उन तक नहीं पहुंच पाए।  गड्ढे से पानी बाहर निकालने के लिए उच्च क्षमता वाले पंपों का उपयोग करने की जरूरत पड़ी और इसके लिए बचाव अभियान को मेघालय सरकार ने सोमवार 24 दिसंबर को रद्द कर दिया था।
अधिकारियों ने उस वक्त तीन दिनों तक 100 एचपी पंप के आने का इंतजार किया क्योंकि राज्य सरकार उन्हें भेज नहीं पाई थी।

लुम्थारी खनन स्थल पर बचाव कार्यों की देखरेख कर रहे एक सरकारी अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि फंसे हुए खनिकों के मरने की आशंका है क्योंकि आस पास का पानी अंदर तक जा रहा है।

13 दिसंबर को क्या हुआ था?

13 दिसंबर को मजदूर 15 फीट चौड़ी और 370 फीट शाफ्ट के जरिए एक कोयले की खान में घुसे। इसमें खान के अंदर की ओर छेद किए जाते हैं ताकि कोयले के चिप्स को बाहर निकाला जा सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गलती से किसी मजदूर ने गुफा की दीवार को पंचर कर दिया और बाढ़ का पानी उसके अंदर चला गया।

22 साल के सयैब अली उस समय के हादसे में बाहर निकलने में सफल हो गए थे। उन्होंने मीडिया को बताया कि “खान में काम कर रहे सभी मजदूरों को पता था कि ये काफी खतरनाक काम है लेकिन सभी पैसों के लिए ये खतरा उठा रहे थे। आगे सयैब ने बताया कि कोयला काफी सोफ्ट था। खान में पानी का रिसाव हो रहा था जिसके कारण ही कोयला सोफ्ट हो रहा था। वहां के सरदार को पता था कि खान के किस हिस्से में पानी ज्यादा है। उन्होंने हमें दो सीट पर काम करने से मना कर दिया क्योंकि वहां पर पानी का रिसाव ज्यादा होने का खतरा था और पानी गुफा में भर सकता था”

बचाव कार्य

लगभग 100 राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के बचाव कर्मचारी पुलिस के साथ वहां पहुंचे और वे पानी के लेवल कम होने का इंतजार कर रहे थे। जब पानी 30 फीट तक कम हो जाता तो गोताखोर उन्हें बचाने के लिए नीचे उतर सकते थे लेकिन उस समय पानी का लेवल 70 फीट था।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने उस समय कहा था कि “मैंने केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू से बात की है और उन्हें और प्रोफेशनल टीम वहां भेजने के लिए कहा है”

क्या एक्शन लिया गया?

14 दिसंबर को पुलिस ने खान के मालिक क्रिप चुलेट को गिरफ्तार किया। मालिक को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। लेकिन महेश और जेम्स सुखलेन अभी भी बरी थे जो कि खान के मैनेजर थे।

विपक्ष ने क्या कहा

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि फंसे मजदूरों को बचाया जाए और आरोप लगाए कि सरकार हाई प्रेशर पंप की व्यवस्था करने में असमर्थ रही।
इसी के साथ कांग्रेस के कई और नेताओं ने राज्य सरकार की भूमिका का विरोध किया और इसे राज्य सरकार की हार बताया।

रेट होल माइनिंग क्या है?

भारत में खनन सरकार की अनुमति के बिना नहीं किया जा सकता है लेकिन पूर्वोत्तर की बात करें तो वहां ऐसा नहीं है। आपको बता दें कि संविधान की 6वीं अनुसूची के मुताबिक भूमि और उसमें पाए जाने वाले खनिज का स्वामित्व व्यक्तिगत स्तर पर समुदायों को प्राप्त है।

और इसी कारण संवैधानिक अधिकार के चलते कुछ लोग अवैध खनन का सहारा लेते हैं। पूर्वोत्तर हिस्से में कोयले का खनन काफी मुश्किल होता है क्योंकि यहां कोयले की परत 2 मीटर से भी कम पतली होती है। इसी कारण खनन कार्य यहां काफी महंगा साबित होता है। और इसके लिए काम में ली जाती है रेट होल तकनीक।

रैट होल में बहुत पतली सुरंगों को खोदा जाता है जो 3 से 4 फीट ऊंची होती हैं। और इसी में मजदूर घुसकर कोयला बाहर निकालते हैं। आप तौर पर पानी की समस्या यहां देखी जाती है जिसके कारण सुरंगे फिसलन भरी होती हैं। साल 2014 की बात है जब राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण यानी एनजीटी इसे अवैज्ञानिक और खतरनाक करार दिया और इसे प्रतिबंधित कर दिया था।

एनजीटी ने इस पर यह भी कहा कि बारिश में रैट-होल खनन ज्यादा खतरनाक होता है और इसमें कई दुर्घटनाएं सामने भी आती हैं। इसमें सुरंग में जल भराव हो जाता है जिससे मजदूरों की मौत हो जाती है।
लेकिन अब शायद उनका बच पाना संभव नहीं है।

370 फीट बाढ़ के कोयले की खदान के अंदर फंसे मजदूरों के परिवारों ने गुरुवार को कहा कि वे चाहते हैं कि मजदूरों के “शवों” को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बाहर निकाला जाए। क्योंकि नौसेना के गोताखोरों ने अंदर से एक शव की तस्वीर जारी की थी।

Neha Chouhan

12 साल का अनुभव, सीखना अब भी जारी, सीधी सोच कोई ​दिखावा नहीं, कथनी नहीं करनी में विश्वास, प्रयोग करने का ज़ज्बा, गलत को गलत कहने की हिम्मत...

Leave a Comment

Recent Posts

रोहित शर्मा ने कप्‍तान हार्दिक पांड्या को बाउंड्री पर दौड़ाया।

रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्‍तान हार्दिक पांड्या…

9 months ago

राजनाथ सिंह ने अग्निवीर स्कीम को लेकर दिया संकेत, सरकार लेगी बड़ा फैसला

अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…

9 months ago

सुप्रीम कोर्ट का CAA पर रोक लगाने से इनकार, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…

9 months ago

प्रशांत किशोर ने कि लोकसभा चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…

9 months ago

सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, PM मोदी बोले – आपका स्वागत है….

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…

10 months ago

कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने थामा भाजपा दामन, संदेशखाली पर बोले – महिलाओं के साथ बुरा हुआ है…

कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…

10 months ago