चीन के साथ एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर जारी विवाद के बीच भारत की हवाई ताकत को कई गुना बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप अंबाला एयरबेस पहुंच गई है। फ्रांस से करीब 7 हजार किलोमीटर का हवाई सफर तय करने के बाद पहली खेप के तौर पर पांच राफेल विमानों का बेड़ा बुधवार को भारत की सरजमीं पर पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़ी हस्तियों ने इन आधुनिक लड़ाकू विमानों का अपने अंदाज में स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमानों का स्वागत संस्कृत के एक श्लोक से किया। पीएम मोदी ने इन राफेल का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, ‘राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च।। नभः स्पृशं दीप्तम्… स्वागतम्!’ इसका मतलब है ‘राष्ट्र की रक्षा से बड़ा न कोई पुण्य है, न कोई व्रत है और न ही कोई यज्ञ है। आकाश को स्पर्श करने वाले… स्वागत है।’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राफेल लड़ाकू विमानों के भारत आने पर कहा, ‘गति से लेकर हथियार क्षमता तक, राफेल कहीं आगे हैं। मुझे विश्वास है कि ये विश्व स्तरीय लड़ाकू जेट खेल बदलने वाले सिद्ध होंगे। इस शानदार दिन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय वायु सेना और पूरे देश को बधाई।’ वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे भारत के सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत बताया। साथ ही उन्होंने इसके लिए भारतीय वायुसेना को बधाई भी दी।
भारत के अंबाला एयरबेस पहुंचने पर राफेल विमानों की अगवानी भारतीय वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदाैरिया समेत वेस्टर्न एयर कमांड के कई अधिकारियों ने की। राफेल विमानों के एयरबेस पर उतरने के बाद वाटर सैल्यूट देकर स्वागत किया गया। वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने फ्रांस से राफेल विमान उड़ाकर लाने वाले पायलटों का स्वागत किया। पांचों राफेल विमान बुधवार की दोपहर करीब सवा 3 बजे अंबाला एयरबेस पहुंचे।
Read: राफेल विमानों की ताकत बढ़ाएगी हैमर मिसाइल, भारत ने फ्रांस को खरीद का ऑर्डर दिया
भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राफेल विमानों को दो सुखोई 30-एमकेआई विमान अपने घेरे लेकर अंबाला एयरबेस तक लेकर आए। भारतीय वायु सेना ने राफेल विमानों के बेड़े को ‘गोल्डेन एरो’ नाम दिया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि करीब 22 साल बाद भारत को 5 नए लड़ाकू विमान मिले हैं। इससे पहले वर्ष 1997 में भारत को रूस से सुखोई मिले थे।
रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्तान हार्दिक पांड्या…
अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…
कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…
Leave a Comment