दुनिया कोरोना वायरस के कहर से डरी हुई है। इस वायरस से भारत भी नहीं बच सका और अब तक इससे पीड़ित 31 लोगों की पुष्टि हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन औषधि केंद्र (दुकानों) के संचालकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रूबरू हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने जन औषधि दिवस और होली पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने लाभार्थियों और केंद्र संचालकों से बात की और देहरादून की एक बुजुर्ग महिला की कहानी सुनकर भावुक हो गए।
जन औषधि दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि यह योजना को सेलिब्रेट करने का दिवस नहीं है। यह उन लाखो लोगों से जुड़ने का एक प्रसंग है, जो इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। इस दौरान वैश्विक संकट बन चुका कोरोना वायरस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘कोरोना वायरस को लेकर मैं सभी देशवासियों से प्रार्थना करता हूं कि किसी भी तरह की अफवाह से बचें। कोई भी परेशानी होने पर तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें। आज पूरी दुनिया नमस्ते कर रही है। हमें हाथ मिलाने के स्थान पर ‘नमस्ते’ करने की आदत डालनी चाहिए।’ पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) सस्ता इलाज उपलब्ध कराने का संकल्प है।
इस योजना में 6 हजार से ज्यादा जन औषधि केन्द्र खुले है जिस पर पीएम मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह नेटवर्क बढ़ने के साथ लाभार्थियों की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों से दवाएं खरीदने पर दो-ढाई हजार करोड़ रुपए बचे हैं। यह बड़ी मदद हैं। यही नहीं इससे एक हजार से अधिक जरूरी दवाओं की कीमत नियंत्रित होने से मरीजों के 12500 करोड़ रुपए बचे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश के नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर चार सूत्रों पर काम कर रही है। पहला- देश के हर नागरिक को बीमारी से कैसे बचाएं, दूसरा अगर वह बीमार हो गया तो सस्ता और अच्छा उपचार कैसे मिले, तीसरा इलाज के लिए बेहतर और आधुनिक अस्पताल, पर्याप्त डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ हो, चौथा सूत्र है मिशन मोड पर काम।
उन्होंने इस योजना का लाभ अधिक लोगों तक पहुंचे इसके लिए पीएम मोदी ने पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की और कहा कि इसका सबसे अधिक लाभ गरीब वर्ग के लोगों को मिलेगा। उन्होंने लाभार्थियों से अपने अनुभव अधिक से अधिक लोगों से साझा करने की अपील करते हुए कहा कि इससे जन औषधि का लाभ अधिक लोगों तक पहुंच सकेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की बनी जेनरिक दवाओं की पूरी दुनिया में डिमांड है और हमारी सरकार ने प्रत्येक हॉस्पिटल के लिए जेनरिक दवाएं लिखना जरूरी कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर डॉक्टर जेनरिक दवाएं ही लिखें, ये सुनिश्चित करना जरूरी है। उन्होंने जेनरिक दवाओं को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर चर्चा करते हुए कहा कि कुछ लोगों को ये भी लगता है कि आखिर दवा इतनी सस्ती कैसे हो सकती है। उन्होंने कहा कि जन औषधि केंद्रों के साथ-साथ डिस्ट्रिब्यूशन, क्वालिटी टेस्टिंग लैब जैसे अनेक दूसरे साधनों का भी विस्तार हो रहा है। इससे हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
पीएम मोदी ने गांव-गांव में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जाने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक 31 हजार से अधिक सेंटर तैयार हो चुके हैं। इन पर देश के 11 करोड़ से ज्यादा लोग अपनी जांच करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि फिटनेस को लेकर हमारे प्रयास ही स्वस्थ भारत के संकल्प को सिद्ध करेंगे।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास में तेजी देखी जा रही है। प्रदेश में 2 AIIMS और दूसरे मेडिकल कॉलेजों पर भी कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा बीते डेढ़ साल में 3 लाख से अधिक लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है। 3 लाख बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है।
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