भारत और चीन में च्युइंग गम मार्केट साल-दर-साल तेजी से बढ़ रहा है। पिछले पांच वर्षों में ग्लोबल स्तर पर च्यूइंग गम की बिक्री में 2 फीसदी की सीएजीआर दर्ज की गई। 2017 में च्यूइंग गम का ग्लोबल मार्केट 21 बिलियन यूएस डॉलर का रहा। 2023 तक इसके मार्केट के 25 बिलियन यूएस डॉलर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। सदियों से भारत और चीन में नए उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण इसके मार्केट के यहां मज़बूत होने के अवसर हैं। लेकिन बुरी ख़बर यह है कि च्युइंग गम जानलेवा हो सकती है। इसके साथ ही व्हाइट कलर का मेयोनीज से भी गंभीर बीमारी हो सकती है। हाल में च्युइंग गम और व्हाइट मेयोनीज पर एक अध्ययन सामने आया है। आइये जानते हैं इस स्टडी में क्या सामने आया है..
अगर आप भी च्युइंग गम खाने या खाने में व्हाइट कलर का मेयोनीज खाना पसंद करते हैं तो सेवन करने से पहले थोड़ा सचेत हो जाइए। दरअसल, इन चीजों में मौजूद फूड एडिटिव की वजह आपको कोलोरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। इनसे कैंसर होने का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है। हाल में एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। इस नई स्टडी रिपोर्ट को फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि खाद्य पदार्थों में रूप, रंग, गंध या अन्य किसी गुण को सुरक्षित रखने या बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाले एजेंट्स को फूड एडिटिव के नाम से जाना जाता है। एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि च्युइंग गम या मेयोनीज जैसी चीजों में वाइटनिंग एजेंट के रूप में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले फूड एडिटिव की वजह से पेट में जलन से जुड़ी बीमारी और कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
E171 जिसे टाइटेनियम डाइऑक्साइड नैनोपार्टिकल्स नाम दिया गया है। यह एक फूड एडिटिव है जिसका इस्तेमाल वाइटनिंग एजेंट के तौर पर बड़ी मात्रा में खाने-पीने की कई चीजों और यहां तक की मेडिसिन में भी होता है। इस फूड एडिटिव का मानव स्वास्थ्य पर क्या असर होता है यह जानने के लिए रिसर्चर ने हाल में चूहों पर एक स्टडी की। E171 का इस्तेमाल अभी 900 से भी ज्यादा फूड प्रॉडक्ट्स में हो रहा है। प्रतिदिन आम लोग बड़ी संख्या में इस एडिटिव फूड का प्रॉडक्ट्स के जरिए सेवन कर रहे हैं।
फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि ऐसे फूड आइटम्स का सेवन करना जिसमें E171 फूड एडिटिव शामिल है, इनका सीधा असर हमारी आंतों पर पड़ता है। इसकी वजह से पेट से जुड़ी कई बीमारियां और कोलोरेक्टल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने की आशंका हमेशा बनीं रहती है।
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गौर करने वाली बात यह है कि यह एक स्टडी रिपोर्ट में सामने आया है कि कैसे ये सेवन करने वाले के लिए घातक साबित हो सकते हैं। लेकिन फूड एडिटिव्स का मानव की सेहत पर क्या असर पड़ता है इस बारे में अभी तक बहुत अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। इस पर और अधिक रिसर्च करने की जरूरत है। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे होने वाले अन्य खतरों से भी सचेत किया जा सके।
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