कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा पेश की गई नौ सीटों के साथ महागठबंधन के अंतर्गत सेट हुई थीं। लेकिन फिलहाल कांग्रेस खुश नजर नहीं आ रही है अचानक 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बिहार में गठबंधन के लिए खतरा बन गई है।
कांग्रेस जो हमेशा ब्राह्मण बहुल मिथिलांचल सीट फोकस कर रही थीं इस क्षेत्र में एक और सीट के बिना चुनाव में नहीं जाना चाहती थी जो दरभंगा या मधुबनी हो सकती है।
राजद, हालांकि इन दोनों सीटों में से किसी पर भी हार नहीं मानना चाहता है। राजद दरभंगा को अपने मुस्लिम नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी के लिए रखने का इच्छुक है और राजद ने मधुबनी की मिथिलांचल की दूसरी सीट मुकेश साहनी की विकासशील इन्सान पार्टी (वीआईपी) को बांटी है। वीआईपी एमएए फातमी या पूर्व सांसद अली अनवर को इस चुनाव में उतार सकती है। इस तरह, आरजेडी अपने संभावित विद्रोही फातमी को समायोजित कर सकती है।
कांग्रेस के लिए अपर कास्ट सीटें नहीं मिलना अपने आप में दुखद हो सकता है और गठबंधन टूटने के कगार पर ला सकता है।
पार्टी पहले से ही अपनी परंपरागत औरंगाबाद सीट को जीतन मांझी द्वारा स्थापित हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को सौंपने से पहले से ही परेशान है।
राजद कांग्रेस को वाल्मीकि नगर सीट ऑफर करता रहा है। अब तक, कांग्रेस को दी जाने वाली सीटें सासाराम और समस्तीपुर (आरक्षित), पटना साहिब, सुपौल, वाल्मीकि नगर और मुंगेर हैं। तीन अन्य कांग्रेस सीटें, जो पहले ही घोषित की जा चुकी हैं, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार जो औरंगाबाद से सबसे अधिक संभावना वाले उम्मीदवार थे उन्होंने पहले ही गठबंधन के साथी मांझी के प्रति अपनी पीड़ा व्यक्त की है।
दूसरी ओर, राजद नहीं चाहता कि कांग्रेस अपना विस्तार करे क्योंकि यह तेजस्वी की बढ़त और बिहार में राजद के वरिष्ठ या प्रमुख भागीदार के रूप में राजद के कद को खतरा पैदा कर सकता है।
रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्तान हार्दिक पांड्या…
अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…
कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…
Leave a Comment