देश से दूर विदेशों में अपनी आजीविका के लिए गये भारतीय प्रवासी नागरिक भारत में रह रहे परिवारों को पैसे भेजते हैं। यही नहीं विदेशों में केवल भारतीय ही जाते हैं, बल्कि ऐसे अनेक देश है जहां के नागरिक विदेशों में अपनी आजीविका प्राप्त करने के लिए जाते हैं और परिवारवालों को पैसे भेजते हैं।
दुनियाभर में विदेशों से पैसे कमाकर भेजने के मामले में प्रवासी भारतीय नागरिक वित्त वर्ष 2018-19 में अव्वल रहे हैं। इस मामले में भारतीयों ने चीन, मैक्सिको जैसे देशों को काफी पीछे छोड़ दिया है और वर्ष 2018 में विदेशों में रह रहे भारतीयों द्वारा 79 अरब डॉलर की कमाई भारत में भेजी गई।
वर्ल्ड बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में सोमवार को ये आय के आंकड़े जारी किये गये। वर्ल्ड बैंक की ‘माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ’ नामक रिपोर्ट के ताजा संस्करण के अनुसार, विदेशों से पैसे भेजने के मामले में भारत के बाद चीन दूसरे स्थान पर है और इस सत्र में चीनियों द्वारा अपने देश में 67 अरब डॉलर की कमाई भेजी है। इस रिपोर्ट में मैक्सिको (36 अरब डॉलर) तीसरे स्थान पर, फिलिपीन (34 अरब डॉलर) चौथे और मिस्र (29 अरब डॉलर) पांचवें स्थान पर रहे हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत एक बार फिर विदेशों से पैसे भेजने के मामले पहले पायदान पर रहने में कामयाब रहा है। विगत तीन सालों में विदेश से भारत में भेजा जाने वाले पैसों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। जिसके अंतर्गत यह राशि वर्ष 2016 में 62.7 अरब डॉलर थी जो बढ़कर वर्ष 2017 में 65.3 अरब डॉलर हो गया था।
वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि भारतीय प्रवासियों द्वारा भारत को भेजी गई कमाई में 14 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। केरल में आई बाढ़ के चलते प्रवासी भारतीयों के अपने परिवारों को ज्यादा आर्थिक मदद भेजने की उम्मीद है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, विकासशील देशों के प्रवासियों द्वारा अपने देश में भेजा गया पैसा वर्ष 2018 में 9.6 प्रतिशत बढ़कर 529 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले वर्ष 2017 में यह 483 अरब डॉलर रहा था।
अगर सभी देशों की बात करे यानि विकसित और विकासशील देशों द्वारा यह पैसा 2018 में 689 अरब डॉलर पर पहुंच गया जोकि वर्ष 2017 में 633 अरब डॉलर ही था। बैंक ने यह भी कहा कि दक्षिण एशिया में भेजी गई रकम 12 फीसदी बढ़कर 131 अरब डॉलर हो गई।
वर्ल्ड बैंक ने कहा कि अमेरिका में आर्थिक परिस्थितियों में मजबूती और तेल की कीमतों में तेजी के चलते धन प्रेषण में वृद्धि हुई है। जिसका खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के कुछ देशों से निकासी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
पाकिस्तान बांग्लादेश से भी पिछड़ा
विदेशों से पैसे भेजने के मामले में पाकिस्तान बांग्लोदश से भी पिछड़ गया है। सऊदी अरब से पूंजी प्रवाह में कमी के कारण पाकिस्तान में उनके प्रवासियों द्वारा भेजे जाने वाले धन में गिरावट आई है। वहीं, बांग्लादेश में उनके प्रवासियों द्वारा भेजे गए धन में 2018 में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
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