आज़ादी के 7 दशक बाद अब भारतीय खेल प्रतिभाएं दुनिया में अपना नाम बनाने में सफ़ल होती दिख रही हैं। भारत के उभरते हुए टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने ग्रैंड स्लैम डेब्यू कर लिया है। वर्ष 2019 के चौथे ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन के पहले ही राउंड में भारतीय खिलाड़ी का सामना टेनिस जगत के दिग्गज रोजर फेडरर के साथ हुआ। अमरीका के न्यूयॉर्क स्थित आर्थर ऐश स्टेडियम में 22 वर्षीय इंडियन क्वालिफायर सुमित नागल ने 38 साल के अनुभवी फेडरर को जोरदार टक्कर दी। उनपर जीत के लिए फेडरर को काफ़ी पसीना बहाना पड़ा।
अपने टेनिस कॅरियर का 21वां ग्रैंड स्लैम सिंगल्स टाइटल जीतने के लक्ष्य के साथ उतरे स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने पहले दौर का मुकाबला भले ही जीत लिया, लेकिन उतनी आसानी से नहीं.. जितनी की उन्हें उम्मीद थी। भारतीय युवा टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने इस मुकाबले का पहला सेट 6-4 से जीतकर फेडरर को ही नहीं, टेनिस जगत को भी चौंका दिया। लेकिन इसके बाद रोजर फेडरर का अनुभव भारतीय टैलेंट पर भारी पड़ा। साल 2015 में विंबलडन (जूनियर) के ब्वॉयज डबल्स में चैंपियन रहे सुमित नागल 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर के ख़िलाफ़ पहला सेट जीतने वाले वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं।
यूएस ओपन के मुख्य ड्रॉ में पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने सुमित नागल की मेन्स सिंगल्स में 190वीं रैंकिंग है। सुमित को वर्ल्ड नंबर-3 फेडरर ने चार सेटों तक चल मुकाबले में 4-6, 6-1, 6-2, 6-4 से हराया। लेकिन फेडरर इस भारतीय खिलाड़ी से 2 घंटे 29 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद ही जीत दर्ज कर सके। सुमित को हार का सामना करना पड़ा लेकिन, उन्होंने दिग्गज प्रतिद्वंद्वी से बहुत कुछ सीखा होगा जो आगे काम आएगा।
उल्लेखनीय है कि सुमित नागल ने शुक्रवार को अपना क्वालिफाइंग मुकाबला जीतकर साल के चौथे ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन के लिए क्वालिफाई किया था। सुमित ने मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने के लिए क्वालिफाइंग के तीसरे दौर में ब्राजील के जोआओ मेनेजेस को एक कड़े मुकाबले में 5-7, 6-4, 6-3 से हराया था। टूर्नामेंट के पहले दौर में इस भारतीय युवा खिलाड़ी का सामना स्विस ग्रेट टेनिस प्लेयर रोजर फेडरर से हुआ।
सुमित नागल हरियाणा के झज्जर जिले के जैतपुर गांव के रहने वाले हैं। उनके परिवार के सदस्यों में खेलों के प्रति कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं है। सुमित के पिता सुरेश नागल फौजी हैं और उनकी टेनिस में रुचि थी। सुमित को उनके पिता ने ही टेनिस खिलाड़ी बनाने का सपना देखा था। उनके पिता सुरेश को एक दिन यह सोचा कि उनका बेटा भी तो दूसरे खिलाड़ियों की तरह खेलता नज़र आ सकता है। उनके बेटे ने अपने पिता के सपने को सच साबित कर दिखाया। सुमित नागल ने आठ साल की उम्र में टेनिस रैकेट हाथ में पकड़ लिया था। इससे पहले उन्हें क्रिकेट पसंद हुआ करता था।
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बाद में सुमित के परिवार को उनकी ट्रेनिंग के लिए दिल्ली शिफ्ट होना पड़ा। साल 2010 में अपोलो टायर टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में सुमित नागल का सिलेक्शन हो गया था। अपोलो ने उन्हें 2 साल तक स्पॉन्सर किया। सुमित ने भारतीय टेनिस स्टार महेश भूपति की एकेडमी में भी ट्रेनिंग ली है। वे पिछले नौ साल से स्पेन, कनाडा, जर्मनी में बड़े टेनिस कोच से ट्रेनिंग ले चुके हैं। बता दें, सुमित नागल के रोल मॉडल स्पेनिश टेनिस प्लेयर राफेल नडाल है।
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