पबजी मोबाइल गेम आये दिन सुर्खियों में रहता है, कभी इसके प्रतिबंध को लेकर तो कभी इसके प्लेयर द्वारा आपराधिक गतिविधियों को लेकर। पबजी गेम ने दुनियाभर में लोकप्रियता तो पाई है साथ ही इसने कई ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते हैं। कहीं भी चले जाइए आपको इसके दीवानें इसे खेलते मिल जाएंगे। मेट्रो में सफर करते हों या बस में या फिर ट्रेन में, आपको मोबाइल पर पबजी खेलते हुए लोग मिल जाएंगे। पबजी मोबाइल गेम के चक्कर में भारत में कई लोगों की जानें जा चुकी हैं, तो कई लोगों ने अपने घर ही में चोरियां भी की हैं। हाल में महाराष्ट्र के ठाणे में एक किशोर को उसके भाई ने पबजी खेलने से रोका तो उसने अपने बड़े भाई की हत्या कर दी।
पबजी से न केवल आपराधिक प्रवृतियां बढ़ी है बल्कि इससे खेलने वालों में भी अनेक बीमारियां धीरे-धीरे पनप रही हैं तो आइए जानते हैं इन बीमारियों के बारे में-
समाज से दूरी बनने लगती है
पबजी खेलने वालों की एक नई दुनिया बनती जा रही है उन्हें असली दुनिया और समाज से कोई मतलब ही नहीं रह गया है। वे पबजी खेलने के दौरान उपस्थित प्लेयर्स से ही चैटिंग करते हैं। उन्हें जब भी मिलता है, वह एक ग्रुप में ही गेम खेलते हैं। समाज से आपका कोई सरोकार नहीं रह जाता। ऐसे लोग खुद को घर में कैद कर लेते हैं। ऐसे में आप अपने खेल में बाधा के कारण बाहरी लोगों सेमिलना भी पसंद नहीं करते हैं।
हिंसक होती प्रवृति
पबजी कुछ वीडियो गेम के समान ही है, इसे खेलने वालों में धीरे—धीरे हिंसक प्रवृति जन्म लेने लग जाती है क्योंकि यह एक हिंसक गेम है जिसमें एक प्लेयर दूसरे प्लेयर को मौत के घाट उतारता जाता है। लगातार इस गेम को खेलने पर खिलाड़ी में हिंसक प्रवृति का जन्म हो सकता है। हिंसक होने के डर से ही चीन सरकार ने पबजी को बैन कर रखा है। इस गेम की वजह से लोगों में गुस्सा, हिंसक सोच और हिंसक व्यवहार देखे जा रहे हैं।
गेम बनता जा रहा है लत
पबजी गेम किसी भी वक्त या 24 घंटे खेलने वाला गेम है, जिसके कारण प्लेयर्स को समय का पता ही नहीं चलता है। इस कारण वह अपने दूसरे कामों को दरकिनार कर देते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में तलाक का सबसे बड़ा कारण वीडियो गेम है। वीडियो गेम की लत के चलते आप अपना समय भी बर्बाद करते हैं और फर्जी जीत के चक्कर में आप वास्तविक जीवन और दुनिया से दूर हो जाते हैं।
पढ़ाई में पिछड़ने का बड़ा कारण
अगर कोई छात्र पढ़ाई करता है तो उसकी पढ़ाई पर पबजी गेम का बुरा असर पड़ता है। लगातार गेम खेलने में व्यस्त रहने के कारण आपकी पढ़ाई नहीं हो पाती है। फलस्वरूप परीक्षा परिणाम भी खराब आता है। इसके बारे में छात्रों को सोचना चाहिए और पबजी गेम खेलना से दूरी बनानी चाहिए।
सेहत के लिए हानिकारक
लगातार पबजी खेलने वाले हिलते—डुलते तक नहीं हैं और एक स्थान पर घंटों बैठे रहते हैं, इस तरह से स्टेच्यू बन जाना किसी ही सूरत में सेहत के लिए सही नहीं है। चाहे आप फोन पर गेम खेल रहे हों या कंप्यूटर पर, दोनों ही स्थिति में आपकी आंखों पर गलत प्रभाव पड़ता है और आंखें खराब भी हो सकती हैं। ऐसे में सिर दर्द, कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव
वर्ष 2018 में WHO ने मोबाइल गेम खेलने वालों में मानसिक विकृति देखने को मिली है। वीडियो गेम की वजह से लोगों में अवसाद (डिप्रेशन) उत्पन्न हो रहा है। लगातार पबजी गेम खेलने से उनमें चिड़चिड़ेपन की भी गंभीर समस्या देखने को मिल रही है और आप अकेलापन महसूस कर सकते हैं।
नींद न आने की आदत
कई लोगों को रात में नींद नहीं आती है। इसके पीछे दो कारण हैं। पहला यह कि गेम खत्म नहीं होने के चलते आप सोने नहीं जाते हैं और दूसरा ज्यादा देर तक स्क्रीन पर देखने के कारण चाहने के बाद भी आपको नींद नहीं आती है। नींद न आने से कई बीमारियां होने का खतरा रहता है।
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