बहुत बार पढ़ा होगा अमेरिका ने हिरोसीमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु बम गिराकर जापान को द्वितीय विश्व युद्ध में हार के लिए मजबूर कर दिया था। जब दो परमाणु बमों से दो शहर पूरी तरह तहस-नहस हो सकते हैं तो सोचो अगर एक हाइड्रोजन बम को किसी देश पर डाले दे तो क्या हो। जी हां, यह बम परमाणु बम से कई हजार गुना ज्यादा शक्तिशाली है।
1 मार्च, 1954 को अमेरिका ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया। यह विस्फोट मानव इतिहास का सबसे बड़ा घातक परीक्षण था। इसका परिक्षण प्रशांत महासागर क्षेत्र में स्थित मार्शल द्वीपों के बिकिनी द्वीपसमूह में किए गए। इस विस्फोट से उत्पन्न दुष्प्रभावों का आकलन करने वाले यंत्र भी इसकी तीव्रता को मापने में असफल रहे और वैज्ञानिकों ने जो आकलन किया था उससे भी कहीं ज्यादा शक्तिशाली था।
क्या है हाइड्रोजन बम
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