क्या आपने इन दिनों हर किसी के फोन में “तेरे यार बथेरे नी” और “लैंबॉर्गिनी” जैसे सुपरहिट पंजाबी गाने बजते सुने हैं, हर दूसरी शादी में दूल्हे के साथ बारातियों को इन्हीं गानों पर झूमते देखा है, घर जाकर या किसी कोने में बैठे एक बारी सोचा तो होगा कि ऐसा क्या है जो पंजाबी गानों ने इतनी जल्दी हर किसी के दिलों में जगह बना ली, क्यों इनकी बीट पर नहीं झूमने वाले भी थिरकने पर मजबूर हो जाते हैं।
यही जानने की जिज्ञासा हमें थोड़ी रिसर्च की ओर ले गई और हमनें आपके इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की। आइए आपको तरीके से बताते हैं कि कैसे रातों-रात पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में बूम आया जिसने हर किसी को लपेट लिया।
म्यूजिक इंडस्ट्री में हर तीसरे दिन आते नए सिंगर्स, लाखों-करोड़ों के म्यूजिक वीडियो और लोगों तक इन गानों की तेजी से पहुंच के बीच यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि अगली सुबह भारत क्या सुनना पसंद करेगा? क्या उसे गानों में चलती बंदूकें पसंद आएगी या वो महंगी गाड़ियां और किसी का नखरा देख झूम उठेगा। ऐसे में पंजाबी गानों ने हर बार यह साबित किया है कि भारत आज और कल क्या सुनेगा, वो सब जानते हैं।
एक दौर था जब पंजाबी म्यूजिक मतलब पंजाब या मोहाली में बजने वाले गाने होते थे, हर दिन करीब 20 से 30 गानों रिकॉर्ड होते थे और किसी को पता भी नहीं चलता था, लेकिन आज हिसाब-किताब पूरा बदल गया है। आज फ्री वाई-फाई के दौर में बातें मिलियन व्यूज में होती है।
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के पास आज सैकड़ों म्यूजिक लेबल के साथ स्टारडम और टशन वाले कलाकारों की भरमार है। पंजाबी म्यूजिक का बूम आने के कई कारण हैं। पंजाब में म्यूजिक को लाइव परफॉरमेंस के जरिए पेश करने की एक लंबी परंपरा रही है। लेकिन अब विदेशों में बसे पंजाबी एनआरआई, जो अब डिजिटल डिस्ट्रिब्यूशन में विश्वास करने लगे हैं, उनके लिए ऑनलाइन मार्केट और लाइव शो एक बड़ा बाजार बनकर उभरा है। पंजाबी मूल के निर्माता और म्यूजिक डायरेक्टर जो लंदन या टोरंटो जैसे शहरों में पले-बढ़े, उन्होंने पंजाबी म्यूजिक का चस्का चढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
80 का दशक था जब जालंधर पंजाबी म्यूजिक का हब हुआ करता था और डीडी पंजाबी के प्राइम टाइम शो “लिश्कारा” में परफॉर्म करने वाले कलाकारों को अगले दिन सुपरस्टार घोषित कर दिया जाता था। यही वो जगह है जहां सिंगर गुरदास मानजी ने पहली बार अपना सुपरहिट गाना ‘मामला गड़बड़ है’ गाया था।
अलग-अलग मौकों पर अलग-अलग तरह के गाने होते हैं। आप एक शादी से जुड़ी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए सुहाग गाते हैं, लोहड़ी और बैसाखी मनाने के लिए टप्पे खाते हैं और गिद्दा करते हुए, पंजाबी डांस फॉर्म करते हुए गाने के लिए बोलियन। फिर सूफी पंजाबी संगीत, भांगड़ा, और उन सभी में सबसे अधिक वाणिज्यिक – पंजाबी पॉप। यहां हर मौके के लिए एक गाना है।
पंजाबी म्यूजिक, इंटरनेट और ग्लैमर
पंजाबी गानों की बीट और स्टाइलिश सिंगर्स के अलावा गानों का बूम लाने में इंटरनेट का बड़ा योगदान है क्योंकि आजकल हर दूसरा गाना ऑनलाइन ही रिलीज किया जाता है। छोटे स्टूडियो में शूटिंग से लेकर खूबसूरत ऑफशोर लोकेशंस तक, पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री ने पिछले कुछ समय में हर किसी को चौंकाया है।
इंटरनेट की वजह से मोहाली या पंजाबी इलाकों में बजने वाले म्यूजिक की पहुंच अब दुनिया में कहीं भी बहुत आसान है। वहीं पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री ने भी विदेशी लोकेशन में शूटिंग करने के साथ और टॉप मॉडलों की एंट्री करवाई है।
आज YouTube पर रातोंरात पंजाबी गानों के मिलियन व्यूज आ जाते हैं। साल जून में रिलीज हुए गाने ‘पराडा’ को YouTube पर 310 मिलियन बार देखा गया है तो सिंगर गुरू रंधावा के लगभग हर गानें को सैकड़ों मिलियन व्यूज 2-3 दिन में ही मिल जाते हैं।
वहीं “दिल चोरी”, “प्रोपर पटोला” और “तारीफ़ां” जैसे गाने हंगामा म्यूजिक पर 2018 के टॉप ट्रैक बने थे। इसके बाद 2019 की शुरूआत से ही रंधावा का “दारू वरगी” और टोनी कक्कड़ का “कोका कोला” (लुका चुप्पी) खूब बज रहे हैं।
इसके अलावा पंजाबी म्यूजिक की लोकप्रियता के कारण पंजाबी सिंगर भी हैं। दलजीत दोसांज और गिप्पी ग्रेवाल जैसे सिंगर आज बॉलीवुड फिल्मों में काम करते हैं। दोसांज कोका-कोला और फ्लिपकार्ट जैसे बड़े नामों के ब्रांड एंबेसडर हैं, जिनके लिए वो सलाना 30 करोड़ तक लेते हैं। गिप्पी ग्रेवाल जैसे कई सिंगरों ने खुद की म्यूजिक कंपनियां शुरू कर दी है।
पंजाबी गाने और बॉलीवुड
बॉलीवुड में पंजाबी गानों की बढ़ती मांग इन गानों के सुपरहिट होने का एक बड़ा सबूत है। ऐसा नहीं है कि पंजाबी गानों ने हाल के कुछ दिनों में ही बॉलीवुड म्यूजिक पर अपना जादू चलाया है, बॉलीवुड के बड़े बैनर यशराज फिल्म्स और धर्मा प्रोडक्शंस, दोनों के मालिक पंजाबी परिवारों से आने वाले चोपड़ा और जौहर हैं। हां, बॉलीवुड ने इस क्षेत्र के म्यूजिक को मैनस्ट्रीम में लाने में काफी योगदान दिया है। इस प्रकार, देश भर में शादियों, पार्टियों और डिस्कोथेक में पंजाबी गाने बजने लगे हैं। पंजाबी बीट धीरे-धीरे बॉलीवुड के अपने टेम्पो को टक्कर देने लगी है।
पिछले साल, कई प्लेटफार्मों पर 10 सबसे हिट गानों में से 5 पुराने पंजाबी ट्रैक्स के रीमेक थे। इनमें फिल्म तुम्हारी सुलु का “बन जा तू मेरी रानी”, राबता का “तेरा प्रेमी” और सोनू के टीटू की स्वीटी का “दिल चोरी साड्डा” लोगों ने काफी पसंद किए।
पंजाबी कलाकार गुरु रंधावा, जे स्टार के पंजाबी ट्रैक की एक लंबी फेहरिस्त है जो बॉलीवुड ने रीमेक किए हैं। लगभग 700 करोड़ रुपये की पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री तेलुगु म्यूजिक की लगभग पांच गुना है, जो म्यूजिक इंडस्ट्री का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा है।
एक समय था जब अधिकांश पंजाबी सिंगर अपनी मूल भाषा से चिपके हुए थे लेकिन सिंगिंग कॅरियर को आगे बढ़ाते हुए, कई युवा सितारे आजकल पंजाबी के साथ-साथ पंजाबी-हिंदी में मिक्स गाने लगे। जो लोग हिंदी समझते हैं, उन्हें अब पंजाबी को समझना आसान लगता है और अगर नहीं भी समझते हैं तो थिरकने वाली बीट को पसंद करते हैं।
वहीं ब्रिटेन या कनाडा से लौटने वाले बहुत सारे पंजाबियों के लिए, एक म्यूजिक एल्बम को बनाना उनके जीवन का सबसे बड़ा काम होता है। हम सभी जानते हैं कि 90 के दशक में दलेर मेहंदी और सुखबीर के बारे में ही बातें होती थी, लेकिन पंजाब में जन्मे, ब्रिटेन के जसविंदर सिंह बैंस उर्फ जैज़ी बी जैसे सिंगर ने कदम रखने के साथ ही गैर-पंजाबी बोलने वाले दर्शकों के लिए भी गाने गाए।
आखिर में एक बात और पंजाबी कलाकारों ने जिस यूट्य़ूब बूम में अपना बूम चला दिया उन पर काफी बार फेक लाइक और व्यूज के भी आरोप लगते रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोगों का यह भी मानना है कि पंजाबी म्यूजिक वीडियो में मॉडल्स (फीमेल) को एक ऑबजेक्ट की तरह पेश किया जाता है। इन सब के बावजूद आज बॉलीवुड गानों के बाद या बराबर में हर दूसरे म्यूजिक लवर की प्लेलिस्ट में पंजाबी ट्रैक चिपके हुए हैं।
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