दुनियाभर के कई देशों में पैर पसार चुका कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इससे बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोनावायरस से अब तक 3300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं दुनिया के 75 से ज्यादा देशों में 91 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इस वायरस से अछूता भारत भी नहीं रहा और पिछले कुछ दिनों से देश में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
कोरोना वायरस को लेकर कई भ्रांतियां, अफवाएं फैलाई जा रही है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है। हमें अपने घर के साथ-साथ ऑफिस, शिक्षण (स्कूल व कॉलेज) संस्थान या कार्यस्थल पर भी साफ-सफाई और हाइजीन का ध्यान रखें। घर के अलावा लोग ज्यादा वक्त या तो ऑफिस, शिक्षण (स्कूल व कॉलेज) संस्थान या कार्यस्थल आदि पर बिताता है।
इसकी गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल प्रिवेंशन (CDC) और देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय समेत कई स्वास्थ्य संगठनों ने बचाव को लेेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं।
आप जहां पर कार्य कर रहे हैं, नियमित समय बाद हाथों को साफ रखने के लिए हाथों को धोएं। डब्ल्यूएचओ का ने अपने निर्देश में कहा है कि संक्रमण से बचाने के लिए दिनभर में पांच बार हाथ धोना जरूरी है।
हाथों को गर्म या साफ ठंडे पानी में धोएं। साबुन अलग—अलग हो या फिर लिक्विड हैंडवाश हो तो ज्यादा बेहतर है। हाथों को करीब 20 सेकंड तक अच्छे से रंगड़कर धोएं। साफ रूमाल, तौलिए से हाथ को अच्छे से पोछ लें।
बार-बार हैंडवाश के लिए वाशरूम जाना संभव न हो तो आप अपने पास हैंड सैनिटाइजर रख सकते हैं। आप खुद से तय करें कि किस काम के बाद आपको अपने हाथ साफ करने चाहिए। काम करते वक्त आप कोशिश करें कि हाथों से अपने चेहरे को न छुएं। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के अध्ययन के मुताबिक एक व्यक्ति एक घंटे में 23 बार अपना चेहरा छूता है। इसलिए चिकित्सक लोगों को आंख, नाक और चेहरा छूने से मना कर रहे हैं।
सीडीसी के अनुसार कार्यस्थल में कर्मियों को ऑफिसेज डिस्पोजेबल वाइप्स (पोछने के लिए) उपलब्ध करवाना चाहिए। ताकि दरवाजों के हैंडिल, लिफ्ट के बटन, डेस्क, टीवी या एसी के रिमोट वगैरह छूने से पहले उसे वाइप्स से पोछ कर साफ कर सके। यहीं नहीं स्मार्टफोन की स्क्रीन भी साफ करते रहें। ऐसा करने से भी वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
ऑफिस या कार्यस्थल पर कार्य करने वालों को अच्छी क्वालिटी का मास्क दिया जाना चाहिए। खासकर सर्दी-जुकाम या खांसी से पीड़ित कर्मियों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जरूरी नहीं कि ऐसे व्यक्ति कोरोना वायरस से ही पीड़ित हों। बदलते मौसम की वजह से यह वायरल फ्लू भी हो सकता है, लेकिन सावधानियां बरतने में ही बचाव है। वाशरूम में, कैंटीन में और अन्य जगह टीशू पेपर मौजूद होने चाहिए।
जहां पर कार्य करते हैं वहां उसके आसपास और परिसर में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। जिस डेस्क पर काम करते हो, कंप्यूटर, बेसिक फोन और अन्य उपकरण पूरी तरह से साफ और हाइजीनिक हो। इन्हें कीटाणुनाशक स्प्रे से साफ कर लिया करें। इससे इन पर मौजूद वायरस को नष्ट किया जा सके।
दिल्ली-एनसीआर या देश के अन्य हिस्सों में कुछ कंपनियों के कर्मियों को कोरोना वायरस का संक्रमण होने के मामले सामने आए हैं। कुछ कंपनियों ने उन्हें घर से ही काम करने की सुविधा दी है। आपके किसी सहकर्मी में कोरोना के लक्षण दिखें तो उन्हें घर पर ही आराम करना चाहिए। सबसे जरूरी कि बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर जरूरी इलाज कराएं।
ऑफिस, स्कूल, कॉलेज या किसी भी कार्यस्थल पर लोगों के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है। ऐसे में पोस्टर, बैनर या सूचना पट्ट पर संदेशों के जरिए कर्मियों को साफ-सफाई और हाइजीन मेंटेन रखने के लिए जागरूक करना चाहिए।
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