हलचल

दुनिया की सबसे महंगी जेल है ग्वांतानमो बे, हर क़ैदी पर होने वाला खर्च जानकर हैरान रह जाओगे!

दुनिया के लगभग हर देश की सरकार अपने यहां किसी भी अपराध में जेल काट रहे कैदियों पर कम से कम खर्च करना चाहती है। लेकिन दुनिया में एक जेल ऐसी भी है, जहां प्रत्येक कैदी पर सालाना करोड़ों रुपए खर्चा हो रहा है। इस जेल का नाम ग्वांतानमो बे जेल है। क्यूबा की यह जेल कैदियों पर अत्याचारों के लिए भी कुख्यात रही है। हाल में एक अमेरिकी अख़बार में छपी रिपार्ट के अनुसार, ग्वांतानमो बे जेल दुनिया की सबसे महंगी जेल है। इस जेल में फिलहाल 40 कैदी बंद हैं। आइए हम आपको बताते हैं इस जेल में बंद हर एक कैदी पर कितना खर्च हो रहा है..

हर कैदी पर सालाना खर्च हो रहे 13 मिलियन डॉलर

क्यूबा की ग्वांतानमो बे जेल में बंद हर कैदी पर सालाना 13 मिलियन डॉलर यानि करीब 93 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। वहीं, इनकी सुरक्षा में तैनात सैनिकों पर हर साल 540 मिलियन डॉलर यानि करीब 3900 करोड़ रुपए का खर्च किए जा रहे हैं। साल 1985 में जर्मनी की स्पेन्दाउ जेल में कैद रहे नाजी युद्ध के अपराधी रुडोल्फ हेस का सालाना खर्च महज 1.5 मिलियन यानि करीब 10.7 करोड़ रुपए आया था। वहीं, अत्याधुनिक प्रणाली से लैस मानी जाने वाली अमेरिका की कोलोराडो जेल में वर्ष 2012 में एक कैदी का सालाना खर्च 56 लाख रुपए था। ऐसे में इन दोनों ही जेलों की तुलना करें तो ग्वांतानमो बे जेल में प्रति कैदी खर्चा सैंकड़ों गुणा ज्यादा है।

40 कैदियों पर करीब 1800 सैनिक रहते हैं तैनात

दरअसल, क्यूबा के साउथ-ईस्ट कोस्ट पर अमेरिका ने वर्ष 1898 में ग्वांतानमो बे नेवी बेस बनाया था। बाद में यहां एक हिरासत केंद्र बनाया गया। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने यहां एक कंपाउंड बनवाया, जिसे कैंप एक्स-रे नाम दिया गया था। यहां आतंकियों को रखा जाता था। ग्वांतानमो बे में करीब 1800 सैनिक हरदम तैनात रहते हैं। औसतन हर एक कैदी पर करीब 45 सैनिकों की नियुक्ति होती है। इन सैनिकों पर जेल की तीन इमारतों, दो खुफिया हेडक्वार्टर्स, तीन अस्पतालों और कैदियों की मदद के लिए बनाए गए वकीलों के कंपाउंड का जिम्मा रहता है। यहां साल 2008 में आखिरी बार किसी कैदी को लाया गया था।

ग्वांतानमो बे जेल में कैदियों को मिलती है ये सुविधा

अगर ग्वांतानमो बे जेल के स्टाफ के लिए उपलब्ध सुविधाओं की बात करें तो यहां चर्च और सिनेमा की व्यवस्था है। इसके साथ ही उनके लिए डाइनिंग रूम और मानसिक हालत ठीक रखने के लिए केयरटेकर टीम है। स्टाफ के सपोर्ट के लिए हर हफ़्ते न्यायाधीश, वकील और पत्रकार आते रहते हैं।

Read More: अमेरिका में धारा 370, आतंक और पाकिस्तान पर क्या बोले पीएम मोदी?

वहीं, कैदियों की बात करें तो उनके लिए मांसाहारी भोजन, न्यूज-स्पोर्ट्स चैनल, जिम और प्ले स्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं। इनके अलावा कैदी चाहें तो वे आर्ट्स और हॉर्टीकल्चर की क्लासेज में भी शामिल होकर कुछ नया सीख सकते हैं।

Raj Kumar

Leave a Comment

Recent Posts

रोहित शर्मा ने कप्‍तान हार्दिक पांड्या को बाउंड्री पर दौड़ाया।

रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्‍तान हार्दिक पांड्या…

8 months ago

राजनाथ सिंह ने अग्निवीर स्कीम को लेकर दिया संकेत, सरकार लेगी बड़ा फैसला

अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…

8 months ago

सुप्रीम कोर्ट का CAA पर रोक लगाने से इनकार, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…

8 months ago

प्रशांत किशोर ने कि लोकसभा चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…

8 months ago

सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, PM मोदी बोले – आपका स्वागत है….

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…

9 months ago

कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने थामा भाजपा दामन, संदेशखाली पर बोले – महिलाओं के साथ बुरा हुआ है…

कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…

9 months ago