भारतीय फिल्मों की सबसे क्यूट अभिनेत्रियों में एक जेनेलिया डिसूज़ा 5 अगस्त को अपना 36वां जन्मदिन मना रही हैं। उनका जन्म वर्ष 1987 में महाराष्ट्र के मुंबई शहर में हुआ था। मराठी बोलने वाले एक क्रिश्चियन परिवार में जन्मी जेनेलिया मुंबई के ब्रांदा में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने कार्मेल हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद सेंट एंड्रयू कॉलेज मुंबई से मैनेजमेंट स्टडीज में स्नातक की डिग्री ली। शादी के बाद उनका राजनीति से भी नाता जुड़ गया। जेनेलिया डिसूज़ा ने बॉलीवुड के अलावा कई अन्य फिल्म इंडस्ट्रीज में भी काम किया है। वह शादी के बाद बहुत ही कम फिल्मों में नज़र आई हैं। इस खास अवसर पर जानिए उनके जीवन के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
21 साल की उम्र में किया फिल्मों में डेब्यू
जेनेलिया डिसूज़ा का नाम उनकी मां ‘जेनेट’ और पिता ‘नील’ के नाम को मिलाकर रखा गया है। उनका निक नेम ‘चीनू’ और ‘जीनू’ हैं। जेनेलिया ने अपनी कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही मॉडलिंग में अपने करियर की शुरुआत कर दी थी। तब उनकी उम्र महज 15 साल हुआ करती थी। मॉडलिंग के दौरान ही उन्हें एक बॉलीवुड फिल्म का ऑफर मिला। जेनेलिया ने अपनी 21 साल की उम्र में वर्ष 2003 में रितेश देशमुख के साथ फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ से डेब्यू किया था। उन्होंने हिंदी मूवीज के अलावा मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ इंडस्ट्री में भी काम किया है।
फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ ने दिलाई पहचान
वर्ष 2008 में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ से बॉलीवुड में जेनेलिया डिसूज़ा अपनी ख़ास पहचान बनाने में कामयाब हुईं। इसके बाद उन्होंने ‘चांस पे डांस’, ‘फोर्स’, ‘तेरे नाल लव हो गया’, ‘जय हो’ जैसी फिल्मों में काम किया। वर्ष 2018 में मराठी फिल्म ‘मौली’ से जेनेलिया प्रोड्यूसर भी बन गईं। जेनेलिया के बारे में सबसे ख़ास बात यह है कि वह एक्ट्रेस होने के अलावा स्टेट लेवल की एथलीट और नेशनल फुटबॉल प्लेयर भी रह चुकी हैं।
उन्होंने वर्ष 2006 में तेलुगु फिल्म ‘बोमारिल्लु’ के लिए अपना पहला ‘फिल्मफेयर अवार्ड’ जीता था। वह साल 2020 में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म ‘इट्स माई लाइफ़’ में हरमन बावेजा के अपोजिट लीड रोल में नज़र आईं। वर्ष 2022 में जेनेलिया ‘मिस्टर मम्मी’ और मराठी फिल्म ‘वेड’ में अहम किरदार निभाती दिखीं। अभिनेत्री ने इसी साल रिलीज फिल्म ‘ट्रायल पीरियड’ में लीड रोल प्ले किया। जेनेलिया डिसूज़ा के अपकमिंग प्रोजेक्ट की बात करें तो वह साउथ इंडियन फिल्म ‘जूनियर’ में अहम किरदार निभाती नज़र आएंगी।
रितेश देशमुख से हुआ प्यार और फिर उन्हीं से शादी की
बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूज़ा वर्ष 2002 में फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ की शूटिंग के दौरान मिले थे। इन दोनों की पहली मुलाक़ात हैदराबाद एयरपोर्ट पर हुई थीं। उस वक़्त रितेश के पिता स्व. विलासराव देशमुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। इसलिए जेनेलिया को लगा रितेश में एटीट्यूड होगा, लेकिन जब वो उनसे मिली और उन्होंने अपने परिवार वालों के प्रति उनके दिल में सम्मान देखा तो वो प्रभावित हो गईं। जेनेलिया जब पहली बार रितेश से एयरपोर्ट पर मिली तो उन्हें इग्नोर करती रहीं। उस वक़्त जेनेलिया के साथ उनकी मां भी थी। इसलिए रितेश ने खुद आगे बढ़कर जेनेलिया से हाथ मिलाया था।
बॉलीवुड कपल की सबसे सफ़ल जोड़ियों में हैं शामिल
जब रितेश ने जेनेलिया से हाथ मिलाया तो वह इधर-उधर देख लगीं। फिल्म के सेट पर दोनों की दोस्ती शुरु हुई। रितेश अक्सर जेनेलिया से पढ़ाई और लाइफ के बारे में बात करते थे व जेनेलिया भी उन्हें अपनी पढ़ाई के बारे में बतातीं। उस समय दोनों को पता नहीं था कि एक दिन पति-पत्नी भी बन जाएंगे। इस तरह दोनों के बीच बॉन्डिंग लगातार आगे बढ़ती गई और कुछ समय बाद एक-दूसरे को प्यार हो गया।
10 साल बाद वर्ष 2012 में रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूज़ा ने शादी कर ली। जेनेलिया-रितेश के दो बेटे रिआन और राहिल हैं। इन दोनों की शादी बॉलीवुड कपल की सबसे सफ़ल जोड़ियों में गिनी जाती हैं।
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